पणजी, 28 मार्च (आईएएनएस)। भारत तेजस लड़ाकू विमान, आकाश मिसाइल प्रणाली और यहां तक कि ब्रह्मोस मिसाइल के निर्यात करने को इच्छुक है। रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने सोमवार को यह बात कही।
उन्होंने हालांकि कहा कि यह निर्यात तब किया जाएगा, जब भारतीय वायुसेना की जरूरतें पूरी हो जाएंगी।
डिफेंस एक्सपो में मंत्री ने कहा, “वायुसेना की जरूरतें पूरी हो जाने के बाद हम तेजस, आकाश और ब्रह्मोस के निर्यात को तैयार हैं।”
तेजस एक स्वदेशी हल्का लड़ाकू विमान है। आकाश एक मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करनेवाली मिसाइल प्रणाली है, जिसे डीआरडीओ ने विकसित किया है। जबकि ब्रह्मोस एक छोटी दूरी की सुपरसोनिक मिसाइल है, जिसे रूस की एनपीए मासिनोस्टोआईनिया के साथ मिलकर डीआरडीओ ने विकसित किया है।
पर्रिकर ने कहा कि कुल उत्पादन का 10 फीसदी निर्यात करने की मंजूरी दी जा सकती है। वहीं, तेजस के बारे में उन्होंने कहा कि यह 2016 के अंत में या 2017 की शुरुआत में वायुसेना में शामिल होगा।