कार्डिफ: श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने भरोसा जताया कि उनकी टीम आईसीसी चैम्पियन्स ट्रॉफी के सेमीफाइनल में गुरुवार को भारत की मजबूत टीम से मिलने वाली चुनौती के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार है।
श्रीलंका के कप्तान मैथ्यूज ने कहा, भारत मजबूत टीम है और उसे हराना आसान नहीं है, लेकिन हम शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार हैं। आज श्रीलंका अगर भारत को हराने में सफल रहता है तो यह इस प्रतिभावान ऑलराउंडर के लिए बड़ी उपलब्धि होगी।
मैथ्यूज ने कहा, हमें अपने खराब रिकॉर्ड की अच्छी तरह से जानकारी है। अगर हम भारत को हराने में सफल रहते हैं तो यह उपलब्धि होगी। हम जिस दिन लय में हों उस दिन दुनिया की किसी भी टीम को हरा सकते हैं। अपने समकक्ष भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की तरह श्रीलंका के कप्तान भी बदला शब्द पर विश्वास नहीं करते।
मैथ्यूज ने कहा, खेल में बदला नाम का कोई शब्द नहीं है। सोफिया गार्डन्स में होने वाले मैच पर बारिश का खतरा मंडरा रहा है और अगर यह मैच रद्द होता है तो भारत बर्मिंघम में 23 जून को होने वाले सेमीफाइनल में जगह बना लेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि वह ऐसी किसी संभावना के बारे में नहीं सोच रहे, क्योंकि यह उनके नियंत्रण में नहीं है। भारत के खिलाफ श्रीलंका का रिकॉर्ड काफी खराब रहा है। वानखेड़े स्टेडियम में 2011 विश्व कप फाइनल में छह विकेट की शिकस्त के बाद श्रीलंका को महेंद्र सिंह धोनी की टीम के खिलाफ 10 में से सात मैचों में हार का सामना करना पड़ा जबकि फरवरी 2012 को एडिलेड ओवल में खेला गया एक मैच टाई रहा।
मैथ्यूज ने स्वीकार किया कि काफी कुछ कुमार संगकारा, महेला जयवर्धने और तिलकरत्ने दिलशान की अनुभवी तिकड़ी पर निर्भर करेगा, लेकिन युवा खिलाड़ियों को भी जिम्मेदारी दिखानी होगी।
मेजबान इंग्लैंड और गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया को हराने के बाद श्रीलंका की टीम का मनोबल बढ़ा हुआ है और टीम सेमीफाइनल में ग्रुप चरण की फार्म को दोहराने की कोशिश करेगी। मैथ्यूज ने कहा कि भारतीय टीम तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा की अनदेखी नहीं कर सकती।
उन्होंने कहा, हां, मुझे पता है कि हम काफी क्रिकेट एक साथ खेलते हैं, लेकिन लसिथ की अनदेखी करना सही विचार नहीं होगा। वह काफी अनुभवी है और निश्चिततौर पर उनके लिए उसके पास विशेष योजना होगी।