रांची। 108 किलोमीटर की लंबी पैदल यात्रा कर सावन माह में दर्शन को देवघर आने वाले भक्तों को बाबा वैद्यनाथ इस साल ज्यादा इंतजार नहीं कराएंगे।
कांवरियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने इस साल से अर्घा सिस्टम लागू करने की रणनीति बनाई है। इसके तहत हरेक कांवरिया को निर्धारित समय की पर्ची उपलब्ध कराई जाएगी। शिव भक्त पर्ची में दिए गए समय पर मंदिर परिसर पहुंच बाबा भोलेनाथ पर जल चढ़ा पाएंगे। समय का निर्धारण सुबह पांच बजे से रात नौ बजे के बीच होगा।
मुख्य सचिव आरएस शर्मा ने मंगलवार को देवघर मेला की तैयारी को लेकर समीक्षा बैठक की। देवघर के उपायुक्त राहुल पुरवार ने नए सिस्टम की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस सिस्टम से श्रद्धालुओं को सुविधा होगी। वृद्ध, विकलांग, बच्चे और डाक कांवरिए भी सुविधापूर्वक बाबा वैद्यनाथ का दर्शन कर पाएंगे। इसका सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि कांवरिया सुविधा पास जारी कराने के बाद आवंटित समय के बीच के अंतराल का सदुपयोग कर पाएंगे। उन्हें जल चढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा दो घंटे कतार में लगना पड़ेगा। मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि नए सिस्टम का ट्रायल सात जुलाई से आरंभ कर दिया जाए ताकि मेला के पहले ही लोग इसके अभ्यस्त हो जाएं।
प्रशासन भी इस सुविधा की सफलता सुनिश्चित करने की दिशा में काम करे। बैठक में डीजीपी राजीव कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक बीबी प्रधान, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अपर मुख्य सचिव सुधीर प्रसाद, गृह विभाग के प्रधान सचिव एनएन पांडेय, कार्मिक विभाग के प्रधान सचिव आदित्य स्वरूप, पथ निर्माण विभाग की प्रधान सचिव राजबाला वर्मा, मंत्रिमंडल सचिवालय एवं समन्वय विभाग के प्रधान सचिव जेबी तुबिद, पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव सजल चक्रवर्ती, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव एमआर मीणा समेत अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
व्यवस्था को निर्देश–
–10 जुलाई तक पूरी मेला अवधि के लिए पेयजल की व्यवस्था हो सुनिश्चित।
-15 दिन पहले ही तैनात कर दिए जाएं चिकित्सक और पारा मेडिकल स्टाफ।
-मेला के दौरान हो निर्बाध बिजली आपूर्ति। जेएसइबी के अतिरिक्त अभियंता होंगे तैनात।
-भीड़-भाड़ को सुव्यवस्थित करने के लिए सुरक्षा कर्मियों की प्रतिनियुक्ति।