जनसंपर्क मंत्री ने पत्रकारों एवं विज्ञान संचारकों को पुरस्कृत किया
समाज में जो रात-दिन निःस्वार्थ भाव से समाज और देशहित में कार्य कर रहे हैं, उन्हें और उनके कार्यों को सामने लाने की जरूरत है। यही लोग प्रेरणा-स्रोत बनेंगे। जनसंपर्क मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने यह बात माधवराव सप्रे स्मृति समाचार-पत्र संग्रहालय एवं शोध संस्थान के 30वें स्थापना दिवस पर राष्ट्रीय पत्रकारिता पुरस्कार एवं लोक-विज्ञान सम्मान समारोह में कही।
जनसंपर्क मंत्री ने श्री विश्वनाथ सचदेव को ‘‘माधवराव सप्रे’’, श्री अजित वडनेरकर को ‘‘लाल बलदेव सिंह’’ और श्री संत समीर को ‘‘महेश गुप्ता’’ पुरस्कार से पुरस्कृत किया। उन्होंने जल-विज्ञानी श्री कृष्ण गोपाल व्यास, लोक संस्कृति मर्मज्ञ श्री बसंत निरगुणे और जैव-विविधता विशेषज्ञ श्री बाबूलाल दाहिमा को ‘‘लोक विज्ञान सम्मान’’ से सम्मानित किया।
जनसंपर्क मंत्री ने कहा कि संग्रहालय की उत्तरोत्तर प्रगति के लिये मिलकर प्रयास करें। उन्होंने कहा कि हम इन मनीषियों को सम्मानित कर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। प्रो. रमेशचंद्र शाह ने भी विचार व्यक्त किये। श्री विश्वनाथ सचदेव ने कहा कि माधवराव सप्रे स्मृति संस्थान पत्रकारों के लिये तीर्थ है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों में संवेदनशीलता और मनुष्यता होनी बहुत जरूरी है। श्री सचदेवा ने कहा कि समाचार-पत्र का उद्देश्य लोगों को सूचना देना, शिक्षित करना और उनका मनोरंजन करना होना चाहिये। उन्होंने वर्तमान पत्रकारिता में सुधार की भी जरूरत बतायी।
श्री कैलाशचंद्र पंत ने भी विचार व्यक्त किये। संस्थान के संस्थापक श्री विजयदत्त श्रीधर ने कार्यक्रम की रूपरेखा बतायी। डॉ. मंगला अनुजा ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया।