वाराणसी. मां गंगा की लहरों पर सेक्स का खुला कारोबार चल रहा है। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व जापान के प्रधानमंत्री आबे शिंजो की बीते वर्ष दिसंबर में काशी यात्रा के बाद जापानी पोर्न फिल्म इंडस्ट्री के कलाकार आए थे। मोदी-शिंजो की यात्रा के बाद यहां मौजूद पोर्न कलाकारों ने गंगा की लहरों पर पोर्न मूवी की शूटिंग की। वाराणसी में गंगा में नौकायन के दौरान बनी पोर्न मूवी वायरल होने के बाद से वाराणसी का संत समाज मर्माहत है।
दिसंबर 2015 में शूट हुए इस वीडियो में गेरूआ वस्त्रधारी के साथ जापान की पोर्न स्टार दिख रही है। वीडियो क्लिप में मौजूद दृश्य बता रहे हैं कि ललिता घाट के पास मौजूद गेरूआ वस्त्रधारियों की टीम से मिलने एक जापानी युवती पहुंचती है। घाट पर गेरूआ वस्त्रधारी गांजा का सेवन कर रहे हैं। गांजा पी रहे एक जटाधारी व मल्लाह के साथ जापानी युवती दशाश्वमेध घाट पहुंचती है। मोदी और शिंजो ने घाट किनारे जिस मणि पर बैठकर गंगा आरती देखी थी उसी मणि के समीप घाट की सीढिय़ां जापानी युवती जटाधारी व मल्लाह के साथ उतरती है।
पोर्न कलाकार व जटाधारी को बजड़े में बैठाकर मल्लाह केबिननुमा बजड़े में बैठकर गंगा की बीच धारा पहुंचते हैं। गंगा की बीच धारा पहुंचने के बाद पोर्न स्टार युवती ने जटाधारी के साथ ओरल सेक्स और फिर सेक्स किया। पोर्न टीम ने गंगा की लहरों में एक के बाद एककर कई पोर्न शूटिंग की और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी।
पुलिस-प्रशासन और खुफिया तंत्र की लापरवाही का नतीजा है कि काशी सेक्स टूरिज्म का हब बन गई है। कुछ दिनों पूर्व कैंट रेलवे स्टेशन एरिया स्थित एक होटल में पोर्न मूवी बन रही थी। सूचना पर पुलिस पहुंची लेकिन उससे पहले ही पोर्न मूवी बनाने वाली टीम रफूचक्कर हो गई। दरअसल, काशी घूमने के बहाने आने वाले कई विदेशी यहां नशे और सेक्स की तलाश में आते हैं। विदेशी युवतियां घाट किनारे धुनी रमाकर कश खींचने वाले गेरूआ वस्त्रधारियों के आकर्षण में आती हैं।
भाजपा नेता गुलशन कपूर ने बताया कि घाट किनारे कई असामाजिक तत्व गेरूआ वस्त्र पहनकर नशे व सेक्स का कारोबार कर रहे हैं पर जिला प्रशासन इनकी कभी जांच नहीं करता है। गेरुआ वस्त्र पहने जटाधारी व पोर्न स्टार को मल्लाह ही नाव में बैठा ले गया और नाव के अंदर हो रहे कृत्य की भी उसे पूरी जानकारी थी, उसके बाद भी मल्लाह ने यह होने दिया। मतलब साफ है कि कुछ मल्लाह भी गंगा किनारे चल रहे सेक्स के कारोबार में संलिप्त हैं। पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों को चाहिए घाट किनारे धूनी रमाने वाले सभी गेरूआ वस्त्रधारियों के साथ ही मल्लाहों की भी जांच-पड़ताल करें।
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