इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को 2006 में बलूच नेता अकबर बुग्ती की हत्या के मामले में बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हें बलूचिस्तान पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया।
बुधवार को आतंकवाद निरोधी कोर्ट द्वारा मुशर्रफ की जमानत याचिका खारिज किए जाने के बाद उनकी गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया था। बलूच पुलिस ने इस्लामाबाद स्थित आतंकवाद निरोधी कोर्ट से मुशर्रफ के लिए 14 दिन की न्यायिक हिरासत की मांग की है ताकि बुग्ती की हत्या के मामले में उनसे पूछताछ की जा सके।
मुशर्रफ इस्लामाबाद में पहले से ही अपने फार्म हाउस में कैद हैं। अप्रैल में पाकिस्तान लौटने के बाद पहली बार गिरफ्तारी के समय से ही वह यहां कैद हैं। बुग्ती हत्याकांड में पूर्व प्रधानमंत्री शौकत अजीज के खिलाफ भी गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। अजीज 2008 के चुनावों के बाद से ही पाकिस्तान से बाहर हैं।
बलूच नेता बुग्ती 26 अगस्त 2006 को डेरा बुग्ती के भामबूर की पहाड़ियों में एक सैन्य कार्रवाई में मारे गए थे। इस सैन्य कार्रवाई का आदेश मुशर्रफ ने दिया था जो तब राष्ट्रपति और सैन्य प्रमुख के पदों पर थे। वे जम्हूरी वतन पार्टी के अध्यक्ष थे और गैस बहुल डेरा बुग्ती में प्रभावशाली कबायली नेता थे।
इससे पहले सोमवार को क्वैटा की एंटी टेरेरिज्म कोर्ट ने मुशर्रफ के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। मुशर्रफ ने मंगलवार को जमानत की याचिका अदालत में दी थी लेकिन एंटी टेरेरिज्म कोर्ट के जज मुहम्मद इस्माइल बलूच ने उनकी याचिका खारिज कर दी थी।
इसके बाद ही साफ हो गया था कि उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। अदाल त ने मुशर्रफ को 24 जून तक गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। लोकप्रिय नेता अकबर बुग्ती के बेटे जमीग बुग्ती ने अपने पिता की हत्या के मामले में परवेज मुशर्रफ, पूर्व पीएम शोकत अजीज समेत कई लोगों को आरोपी बनाया है।