नई दिल्ली।। बीजेपी और जेडी (यू) का गठबंधन टूटना तय माना जा रहा है, लेकिन इसकी औपचारिक घोषणा के पहले नीतीश कुमार ने नए गठबंधन के संकेत दे दिए हैं। इसी बीच खबर है कि कल तक बीजेपी से नाराज चल रहे लालकृष्ण आडवाणी एनडीए को बाचने के लिए सामने आए हैं। आडवाणी ने नीतीश कुमार और शरद यादव से फोन पर बात की है। कहा जा रहा है कि आडवाणी ने नीतीश और शरद यादव से आग्रह किया है कि वे एनडीए से अलग नहीं हों। शरद यादव, नीतीश की तरफ से इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन जेडी (यू) सांसद के.सी. त्यागी ने कहा है कि आडवाणी की अपील पर हम पार्टी में चर्चा करेंगे। हालांकि, पार्टी के बड़े नेताओं ने आडवाणी के आग्रह को मानने में असमर्थता जताई है।
इसके पहले नीतीश ने नए गठबंधन के संकेत देने शुरू कर दिए हैं। नीतीश के दूत बनकर जेडी (यू) सांसद के.सी.त्यागी ममता बनर्जी से मिलने गए। इसके बाद ममता ने नीतीश को साथ मिलकर एक फेडरल फ्रंट बनाने का प्रस्ताव दिया। नीतीश ने भी कहा कि अगर हम साथ आते हैं तो अच्छा है। ममता ने कहा है कि ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी इस गठबंधन के हिस्सा बनने को तैयार हैं। इन्हीं खबरों के बाद आडवाणी ने अपनी सक्रियता दिखाई है। उन्होंने नीतीश और शरद यादव से बात की है।
इसके पहले नरेंद्र मोदी को चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने से नाराज नीतीश कुमार ने पार्टी के सीनियर नेताओं से एनडीए में बने रहने पर विचार-विमर्श शुरू कर दिया है। मंगलवार देर रात तक नीतीश पार्टी अध्यक्ष शरद यादव और दूसरे नेताओं के साथ मंत्रणा करते रहे। नीतीश एक-एक कर नेताओं से भी मिले। माना जा रहा है कि नीतीश कुमार ने मंगलवार की रात ही बीजेपी से अलग होने का मन बना लिया है। बुधवार की सुबह जेडी (यू) के सीनियर नेता और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने भी इसकी पुष्टि कर दी।
नरेंद्र सिंह ने कहा कि हम लोगों ने कोर कमिटी में निर्णय ले लिया है। बीजेपी अब एक दागी के हाथ में है। हम लोगों को दंगाई आदमी मंजूर नहीं है। समझिए की गठबंधन टूट चुका है, बस औपचारिक ऐलान बाकी है। हालांकि, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने इसे नकारते हुए कहा कि अभी पार्टी ने कोई फैसला नहीं लिया है। उन्होंने 2-3 दिनों में फैसले की उम्मीद जताई। नीतीश ने अपने सभी विधायकों को पटना बुलाया है।
दूसरी तरफ, बीजेपी ने भी साफ कर दिया है कि वह बिहार में अकेले चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। पार्टी के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि जेडी(यू) के नेता कह रहे हैं कि अब बीजेपी के साथ रहना मुश्किल है, तो वह फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं। बिहार में बीजेपी के सबसे ताकतवर नेता और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी कहा है कि पार्टी बिहार में हर परिस्थिति में चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि अगला लोकसभा का चुनाव पार्टी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़ेगी और अभूतपूर्व सफलता हासिल करके केंद्र में सरकार बनाएगी। बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडे ने भी कहा कि हमने हमने हमेशा त्याग किया है। उस त्याग का जेडी (यू) को सम्मान करना चाहिए। हमें उम्मीद है कि नीतीश साथ रहेंगे।