वाशिंगटन, 8 मार्च (आईएएनएस)। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने शौकिया तौर पर अंतरिक्ष में तारों और ग्रहों को निहारनेवालों की मदद से सूर्य की ओर आनेवाले तूफानों का रहस्य सुलझाएगा। सूर्य पर उठने वाले ये चुंबकीय तूफान देखने में तो काफी आर्कषक होते हैं, लेकिन धरती पर इसके कारण बिजली प्रणाली और सैटेलाइट प्रणाली में गड़बड़ी आ जाती है।
ऐसे ही एक शौकिया अंतरिक्ष विज्ञानी लिज मैकडोनाल्ड ने अपने जीवन में पांच बार सौर तूफानों का अवलोकन किया है।
मैकडोनाल्ड अब नासा के नागरिक विज्ञान परियोजना के तहत मैरीलैंड के ग्रीनबेल्ट में स्थित नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर में काम कर रहे हैं। इसके तहत उन्हें परियोजना की वेबसाइट, मोबाइल एप और ट्विटर के माध्यम सौर तूफानों की जानकारी पर नजर रखनी है।
23 अक्टूबर, 2011 की शाम मैकडोनाल्ड एकाएक भौंचक हो गए। हालांकि उन्होंने न तो इस दौरान आसमान में कोई तेज रोशनी देखी और न ही उन्हें कोई चमकती रोशनी नजर आई, बल्कि वे अपने कंप्यूटर स्क्रीन पर सौर तूफान संबंधी ढेर सारे ट्वीट को देख कर चौंक गए।
पूर्वी अमेरिका के कई लोगों ने उस समय आसमान में सौर तूफानों को देखते हुए ट्वीट किया। ऐसा पहली बार था कि सोशल मीडिया पर इतने बड़े पैमाने पर सौर तूफान संबंधी गतिविधियां दर्ज की गईं।
एजीयूज स्पेस वेदर जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि नागरिक वैज्ञानिक नियमित रूप से सौर तूफान का अवलोकन करते रहते हैं। सूदूर दक्षिण में एक ऐसा क्षेत्र है, जहां सौर तूफान के अनुमान के मॉडल का संकेत मिलता है।
मैकडोनाल्ड ने कहा, “इन अवलोकनों के आधार पर हम एक अल्पकालिक मॉडल विकसित कर सकते हैं, जिससे यह पता लगेगा कि कब और किस क्षेत्र में सौर तूफान दिखनेवाले हैं, ताकि वैज्ञानिकों और शौकिया रुचि लेनेवाले को इसकी जानकारी दी जा सके।”
हालांकि कई सारे सैटेलाइटों के माध्यम से सूर्य और धरती के आसपास अंतरिक्ष का अध्ययन किया जा रहा है, ताकि सौर तूफान के कारणों की छानबीन की जा सके और इसके आने का अनुमान लगाया जा सके, लेकिन अभी तक इसमें सफलता नहीं मिल पाई है।
नासा के दल ने लगभग शौकिया तौर पर अंतरिक्ष में रुचि लेनेवाले 500 लोगों का अध्ययन कर यह पाया कि ज्यादातर लोगों ने हैमिसफेयर के आसपास सौर तूफानों को देखा था।
ब्रिटेन के लैनकेस्टर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ शोध सहायक नाथान केस ने बताया, “बिना शौकिया अंतरिक्ष- विज्ञानियों की मदद के सौर तूफान कहां दिखेगा, उस जगह का मॉडल विकसित करना मुश्किल है।”
अंतरिक्ष का अवलोकन करनेवाले सौर तूफान दिखने पर इसकी जानकारी सीधे ‘आरोड़ाजआरोड़ाजडॉटआर्ग’ पर दे सकते हैं या फिर मुफ्त मोबाइल एप ‘आरोड़ाजआरोड़ाज’ पर भी दे सकते हैं।
इस परियोजना के तहत ट्विटर का भी विश्लेषण किया जा रहा है, ताकि सौर तूफान संबंधी ट्वीट का अध्ययन किया जा सके।