पुणे, 26 फरवरी (आईएएनएस)। मुंबई क्रिकेट टीम ने रणजी ट्रॉफी के फाइनल में सौराष्ट्र को हारकर 41वीं बार खिताब पर कब्जा जमा लिया है। मुंबई ने महाराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम में खेले गए फाइनल मैच में शुक्रवार को तीसरे दिन ही सौराष्ट्र को पारी और 21 रनों से शिकस्त देकर खिताब पर कब्जा जमाया।
मुंबई के गेंदबाजों ने जीत में अहम भूमिका निभाई। मुंबई ने सौराष्ट्र पर पहली पारी के आधार पर 135 रनों की बढ़त बना ली थी। इसके बाद मुंबई के गेंदबाजों ने सौराष्ट्र के बल्लेबाजों को टिकने नहीं दिया और पूरी टीम को 115 रनों पर ढेर कर पारी और 21 रनों से जीत हासिल की।
मुंबई की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट शार्दुल ठाकुर ने लिए। उन्होंने पांच बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। मुंबई की पहली पारी में शतक लगाने वाले श्रेयस अय्यर को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
अपने दूसरे दिन के स्कोर आठ विकेट पर 262 रनों से आगे खेलने उतरी मुंबई की टीम से तीसरे दिन ज्यादा देर मैदान पर टिकने की उम्मीद नहीं थी। लेकिन सिद्देश लाड (88) ने बलिंदर संधू (नाबाद 34) के साथ दसवें विकेट के लिए 103 रनों की साझेदारी कर टीम को 135 रनों की बढ़त दिला दी।
इससे पहले इकबाल अब्दुल्ला (15) के रूप में टीम अपना दिन का पहला विकेट खो चुकी थी। दसवें विकेट के लिए लाड और संधू ने महत्वपूर्ण साझेदारी कर टीम को सम्मानजनक स्थिति में पहुंचाया। लाड़ टीम की तरफ से आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज थे। लाड के साथ ही पूरी टीम 371 रनों पर पवेलियन लौट गई। लाड ने अपनी पारी में 101 गेंदों का सामना करते हुए आठ चौके और पांच छक्के लगाए।
अपनी दूसरी पारी खेलने उतरी सौराष्ट्र के बल्लेबाज मुंबई के गेंदबाजों का सामना नहीं कर पाए। टीम का स्कोर जब 13 रन था तभी संधू ने अवि बारोट (4) को पेवलियन भेजा। इसके बाद लगातार अंतराल पर विकेट गिरते रहे और टीम 48.2 ओवर में 115 रन पर ढेर हो कर मैच गंवा बैठी।
सौराष्ट्र की तरफ से सबसे ज्यादा 27 रन चेतेश्वर पुजारा ने बनाए। उनके अलावा कप्तान जयदेव शाह 17 रनों का योगदान दे सके। टीम की तरफ से सबसे बड़ी साझेदारी चौथे विकेट के लिए पुजारा और शेल्डन जैक्सन (13) के बीच 24 रनों की हुई।
मुंबई की तरफ से ठाकुर के अलावा धवल कुलकर्णी और संधू ने दो-दो विकेट लिए। अभिषेक नायर को एक विकेट मिला।
41 रणजी ट्रॉफी फाइनल जीत में से मुंबई की यह 10वीं पारी से जीत है।