ढाका, 25 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा का कहना है कि टी-20 क्रिकेट तकनीक से दूर नहीं है। इसमें तकनीक उतनी ही जरूरी है जितनी दूसरे प्रारूपों में है।
रोहित ने बुधवार को बांग्लादेश के खिलाफ एशिया कप के पहले टी-20 मैच में 83 रनों की तूफानी पारी खेल टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
बीसीसीआई डॉट टीवी ने गुरुवार को रोहित के हवाले से लिखा है, “मैं हमेशा हालात को देखकर टीम की जरूरत के मुताबिक खेलता हूं। मैं इसी तरह खेलने की कोशिश करता हूं जिससे मुझे काफी मदद मिलती है।”
उन्होंने कहा, “सारा खेल तकनीक का है। आप टी-20 क्रिकेट खेलते समय इसे भूल नहीं सकते।”
रोहित का कहना है कि वह आक्रामक खेलने से पहले टीम को अच्छी बुनियाद देने की कोशिश करते हैं।
उन्होंने कहा, “मैदान में जाना और शॉट्स खेलना हमेशा आसान नहीं होता। आपको पहले टीम के लिए अच्छी शुरुआत करनी पड़ती है उसके हिसाब से खेलना पड़ता है। मेरी यही सोच होती है। मैं जानता हूं कि अगर मैंने अच्छी शुरुआत की तो मैं अपना खेल खेल सकता हूं। मैं जब मैदान पर गया तो पिच देखकर यह अंदाजा लग गया था कि यह 160 रनों की पिच नहीं है। कोशिश 140-150 के स्कोर की थी।”
उन्होंने कहा, “मैच में दो महत्वपूर्ण साझेदारी हुई थीं। हमने तीन विकेट जल्दी गंवा दिए थे। युवराज के साथ अर्धशतकीय साझेदारी बुहत महत्वपूर्ण थी। उस समय एक और विकेट गिर जाने से हम और ज्यादा दबाव में आ सकते थे। युवराज ने अच्छा साथ दिया।”
भारत ने एशिया कप के पहले मैच में बांग्लादेश को 45 रनों से हराया था।
रोहित ने जीत पर कहा, “टूर्नामेंट की शुरुआत जीत के साथ करना काफी अच्छा होता है। मैं खुश हूं कि मैं अच्छा प्रदर्शन कर पाया और टीम की जीत में योगदान दे पाया। जीत जरूरी थी क्योंकि बांग्लादेश खतरनाक टीम है। वह पहले काफी अच्छा खेले हैं।”
अपनी फॉर्म पर रोहित ने कहा, “मैं पीछे मुड़ कर नहीं देखना चाहता। मैं अपनी मौजूदा फॉर्म को जारी रखना चाहता हूं।”