कोलकाता, 23 फरवरी (आईएएनएस)। पिछले कई माह से अच्छे फार्म में चल रहे भारतीय मिडफील्डर बिकाश जेरू का कहना है कि इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) से मिल रहे अनुभव से उन्हें खेल के विभिन्न स्तरों में सफलता हासिल करने में मदद मिल रही है।
कोलकाता, 23 फरवरी (आईएएनएस)। पिछले कई माह से अच्छे फार्म में चल रहे भारतीय मिडफील्डर बिकाश जेरू का कहना है कि इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) से मिल रहे अनुभव से उन्हें खेल के विभिन्न स्तरों में सफलता हासिल करने में मदद मिल रही है।
जेरू ने आईएएनएस को एक साक्षात्कार में बताया, “आईएसएल का अनुभव अब मेरी मदद कर रहा है। मुझे कोच (एफसी पुणे सिटी के कोच डेविड प्लाट) से काफी कुछ सीखने को मिल रहा है। एक कोच की सिखाई गईं चीजें आपको जीवन भर याद रहती हैं। मैं कुछ सीखी गई चीजों को अमल में लाने की कोशिश कर रहा हूं।”
उन्होंने आगे कहा, “बेहतर खेलने के लिए आपको कड़ी मेहनत की जरूरत है और यही मैं करने की कोशिश कर रहा हूं। मैं अपने हर खेल में बेहतर प्रदर्शन की कोशिश कर रहा हूं।”
वर्तमान में जेरू स्थानीय फुटबाल टीम ईस्ट बंगाल के लिए खेल रहे हैं और टीम के लिए आई-लीग में खेलने के दौरान वह तीन गोल हासिल कर चुके हैं।
लीग में बेंगलुरु एफसी और मौजूदा विजेता मोहन बागान जैसी बेहतरीन टीमों के बावजूद भी जेरू का मानना है कि इस बार उनकी टीम यह खिताब जीत सकती है।
लीग सूची में ईस्ट बंगाल वर्तमान में तीसरे स्थान पर है।
जेरू ने कहा, “हां, हम कड़े प्रतिद्वंदियों में से एक हैं। हम एक अच्छी टीम हैं और हम परिणाम हासिल कर रहे हैं। लीग के शीर्ष पर कांटे की टक्कर है। कोई भी जीत सकता है। बेंगलुरु और मोहन बागान काफी कड़े प्रतिद्वंद्वी हैं। सिर्फ नौ टीमों के साथ आप कोई भी चूक नहीं कर सकते।”
सिक्किम के मिडफील्डर को एक पहले ‘सर्च फॉर मोर बाइचुंग’ के तहत ढूंढ़ा गया था और वह मुंबई टाइगर्स और साल्गाओकर जैसी टीमों के लिए खेल चुके हैं।
पिछले साल विश्व कप क्वालीफायर्स के दौरान भारतीय कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर करियर की शुरुआत का एक अवसर दिया था और वह आईएसएल के पहले संस्करण में भी चमके।
जेरू ने हाल ही में सैफ चैम्पियनशिप में भारत को जीत दिलाई थी। चैम्पियनशिप के फाइनल मुकाबले में भारत ने अफगानिस्तान को 2-1 से मात देकर खिताबी जीत हासिल की थी।
इस जीत के बारे में जेरू ने कहा, “वह एक बेहतरीन जीत थी। हमने सच में विजेता के तौर पर खेला था। यह एक अच्छी बात है कि मैं अपनी टीम के लिए योगदान दे सकता हूं। मैं सुनील छेत्री जैसे खिलाड़ियों के साथ खेलकर काफी सम्मानित हुआ।”
जेरू ने कहा, “आप देख सकते हैं कि भारतीय फुटबाल के लिए यह एक अच्छी चीज है। यह विकास कर रहा है और अब पैसा भी अ रहा है। नए खिलाड़ी भी इससे जुड़ रहे हैं।”
इस सत्र में जब ईस्ट बंगाल के बेहतरीन फार्म के बारे में पूछा गया, तो जेरू ने कहा, “हम खेल के बारे में इतना नहीं सोच रहे हैं, हम केवल अपने काम पर ध्यान दे रहे हैं।”
जेरू ने आगे कहा, “कोच (बिस्वाजीत भट्टाचार्य) भारतीय फुटबाल के बारे में सब कुछ जानते हैं। हम उनके निर्देशों का पालन करने की कोशिश करते हैं। हम एक टीम के तौर पर अब अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।”
इस सत्र में ईस्ट बंगाल में तीन देशों के चार विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं और उनके साथ संपर्क करने में परेशानी के बारे में जब जेरू से पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “बिल्कुल भी नहीं। हम फुटबाल को समझते हैं। हमें किसी भाषा की जरूरत नहीं है। हर किसी को पता है कि किस स्थान पर खेलना और यहीं चीज मायने रखती है।”
जेरू ने आई-लीग और आईएसएल के बीच आधारभूत संरचना संबंधी अंतर के बारे में टिप्पणी करने से बचते हुए कहा, “निश्चित तौर पर दोनों के बीच अंतर है। आईएसल की सुविधाएं काफी बेहतर हैं, लेकिन आई-लीग क्लबों के लिए भी समय बदल रहा है।”
केवल 12 वर्ष की उम्र में फुटबाल में कदम रखने वाले जेरू से जब शादी की योजना के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “अरे कहां बांधना चाहते हो हमें। अभी शादी की कोई योजना नहीं है। मैं केवल फुटबाल पर ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं।”