लंदन, 22 फरवरी (आईएएनएस)। अगर आपको ऐसा लगता है कि आपकी टीम श्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पा रही है तो इसके लिए आप उनकी कामचोरी को दोष देने की बजाए यह सुनिश्चित करें कि कहीं आपके बॉसगिरी या हिटलरनुमा नजरिए के कारण तो ऐसा नहीं है।
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं के मुताबिक जब हमें कोई आदेश देता है तो हम अपने कर्तव्यों के प्रति कम जबावदेही का अनुभव करते हैं।
इस अध्ययन में कहा गया है, “कई लोग कुछ बुरा करने के लिए तैयार हो जाते हैं, जो वे करना नहीं चाहते हैं। क्योंकि वे वास्तव में अपने कर्तव्यों और उसके बुरे परिणामों के प्रति कम जबावदेही महसूस करते हैं।”
इस निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए शोधदल ने ‘कर्तव्य भावना’ को मापने वाले सवालों का जवाब मांगा। उन्होंने कर्तव्य भावना को मापने के लिए विभिन्न परीक्षण किए।
इस शोध के दौरान जब कर्मचारियों को खुल के चुनने का विकल्प दिया गया या फिर मामूली से वित्तीय लाभ का लालच दिया गया तो उनका प्रदर्शन बेहतर रहा।
इस शोध में दिलचस्प रूप से यह देखा गया कि अगर किसी से जबरदस्ती कोई काम करवाया जाता है तो काम के प्रति तंत्रिका तंत्र उचित प्रतिक्रिया नहीं करता।
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के पैट्रिक हग्गार्ड का कहना है, “अगर हम किसी काम को जबरदस्ती करवाते हैं तो उत्तरदायित्व की बुनियादी भावना सचमुच घट जाती है।”