इंफाल, 22 फरवरी (आईएएनएस)। मणिपुर में 12वीं कक्षा की परीक्षा को लेकर जिलों के कुछ परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल तथा धारा 144 लागू करने के आदेश को भेदभावपूर्ण रवैया बताकर उसकी आलोचना की जा रही है।
राज्य के 68 में से 18 परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। 12वीं की परीक्षाएं सोमवार से शुरू हुई हैं। नकल रोकने के लिए राज्य के समस्त पूर्वोत्तर हिस्सों में यह कदम उठाया गया है।
ये सभी 18 परीक्षा केंद्र मणिपुर घाटी के इलाकों में स्थित हैं। पहाड़ी जिलों के 50 अन्य परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए हैं।
सरकार के इस कदम से गुस्साए एक विद्यार्थी ने आईएएनएस से कहा, “इस बात से हर कोई अवगत है कि जिन परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए हैं, वे परीक्षा केंद्र विद्यार्थियों के परीक्षा में नकल के लिए कुख्यात हैं।”
सूत्रों ने कहा कि कुछ विद्यार्थियों ने अपने परीक्षा केंद्र बदलवाकर उन केंद्रों पर करवा लिया है, जो सफलता की गारंटी के लिए जाने जाते हैं।
विद्यार्थियों ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि केवल 18 परीक्षा केंद्रों के खिलाफ विशेष उपाय क्यों किए गए।
साथ ही तीन जिलों -थोबल, इंफाल पूर्व व बिष्णुपुर- में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लगाने का आदेश दिया गया है, जिसके मुताबिक पांच या उससे अधिक लोगों का एक जगह इकट्ठा होना गैरकानूनी होगा।
जबकि, पांच अन्य जिलों में यह व्यवस्था लागू नहीं की गई है।
राज्य के शिक्षा मंत्री मोईरंगथेम ओकेंद्र तथा काउंसिल ऑफ हायर सेकंडरी एजुकेशन मणिपुर के अधिकारियों ने इस बात का जवाब नहीं दिया कि केवल 18 परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी और राज्य के तीन जिलों में ही धारा 144 लगाने का आदेश क्यों दिया गया है।
अधिकारियों ने आईएएनएस से कहा कि इस साल 27,238 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं।