इस्लामाबाद, 22 फरवरी (आईएएनएस)। भारत सरकार ने पठानकोट वायु सेना अड्डे पर आतंकी हमले में पाकिस्तानी नागरिक या संगठन के शामिल होने के मामले की जांच के लिए पाकिस्तानी दल को भारत आने की अनुमति दे दी है। यह जानकारी पाकिस्तान के गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने दी है।
‘डॉन आनलाइन’ की रपट के अनुसार, चौधरी निसार ने रविवार को कहा कि भारत ने केवल एक शर्त रखी है कि उसे पाकिस्तानी जांच दल के आने की सूचना पांच दिन पहले दी जाए।
उन्होंने यह जानकारी पठानकोट आतंकी हमले के मामले में पाकिस्तान में दायर प्राथमिकी (एफआईआर) के संबंध में पूछे गए सवालों के जवाब में दी। माना जा रहा है कि हमलावर पाकिस्तान के थे।
चौधरी निसार ने कहा, “हमारा विशेष जांच दल (एसआईटी) अगले कुछ दिनों में भारत का दौरा करेगा। भारत को विदेश मंत्रालय ने पत्र के माध्यम से इसकी सूचना दे दी है। भारत ने इस पर सहमति जताई है।”
चौधरी निसार ने यह नहीं बताया कि भारत पाकिस्तानी जांचकर्ताओं को पठानकोट वायुसेना अड्डे तक आने की इजाजत देगा या नहीं। इस आशय की खबरें आई थीं कि भारत उन्हें वायुसेना अड्डा क्षेत्र में जाने की इजाजत नहीं देगा।
उन्होंने कहा कि भारत द्वारा दी गई सूचना की पुष्टि और जांच की कानूनी औपचारिकताओं के मद्देनजर एफआईआर दर्ज की गई है।
हमलावरों ने पठानकोट वायुसेना अड्डे के अंदर से टेलीफोन से पाकिस्तान बातचीत की थी। सेवा प्रदाता से इस बारे में जानकारी लेने के लिए एफआईआर दर्ज करने की जरूरत थी।
उन्होंने कहा ये टेलीफोन नंबर एफआईआर में भी दर्ज किए गए हैं। आगे की जांच इसी एफआईआर पर आधारित होगी। मंत्री ने कहा कि मुंबई पर हुए आतंकी हमले के बाद भी पाकिस्तान में एफआईआर दर्ज की गई थी।
उन्होंने कहा कि पठानकोट मामले में कुछ गिरफ्तारियां भी की गई है, लेकिन जांचकर्ता अभी तक भारत द्वारा दिए गए टेलीफोन नबंरों और व्यक्तियों की सूची के साथ इस हमले का संबंध नहीं जोड़ पाए हैं।
उन्होंने मामले को ‘संवेदनशील’ बताते हुए गिरफ्तार किए गए लोगों के बारे में जानकारी देने से मना कर दिया।