सीरिया के प्रधानमंत्री वाएल अल हल्की ने रविवार को जारी बयान में कहा कि ‘ये हमले सीरियाई सेना की विजयों की वजह से आतंकवादी समूहों के ध्वस्त हो चुके मनोबल को बढ़ाने की कोशिश के तहत किए गए हैं।’
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक सीरिया के प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘ये बम धमाके कुछ देशों द्वारा सीरिया में सुरक्षा और शांति लाने के प्रयासों को बाधित करने का प्रयास हैं।’
प्रधानमंत्री ने इस कायरतापूर्ण गतिविधि के लिए तुर्की और कुछ अरब देशों की सरकारों को जिम्मेदार ठहराया है। लेकिन, उन्होंने किसी सरकार विशेष का नाम नहीं लिया।
उन्होंने कहा कि सीरिया आतंकवाद को हराने, अपने क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता को बहाल करने और राष्ट्रीय सुलह की दिशा में प्रयासरत है।
अल हल्की ने इन धमाकों में मारे गए लोगों के परिवार वालों के प्रति अपने संवेदना व्यक्त की और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की।
आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने रविवार को सीरिया के दमिश्क और होम्स शहरों में छह बम धमाकों की जिम्मेदारी ली।
सीरियन आब्जर्वेट्री फार ह्यूमन राइट्स ने बताया है कि सैयदा जैनब जिले में चार हमलों में 62 लोगों की मौत हुई है जबकि होम्स के अल जहरा में दोहरे कार बम विस्फोट में 57 लोगों की मौत हो गई। हमलों में मारे गए अधिकांश लोगों का संबंध अल्वी समुदाय से है। राष्ट्रपति बशर अल असद इसी समुदाय से संबंध रखते हैं।