बर्मिघम में पहले दिन जब टीम इंडिया के खिलाड़ी सुबह नींद से जागे तो सामने आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट के अधिकारी थे. बर्मिघम में पूरा दिन ये अधिकारी टीम के साथ साए की तरह चिपके रहे. कहां जाना है. कहां घूमना है. किससे मिलना है. टीम इंडिया के लिए ये सब अब आईसीसी के एंटी करप्शन यूनिट के अधिकारी ही तय कर रहे हैं.
आलम ये है कि खिलाड़ियों को इंग्लैंड में उनके लोकल नंबर भी देने के लिए कहा गया है. उन्हें इंग्लैंड में अपने परिचितों की जानकारी भी इन अधिकारियों को देनी है. उनसे मिलने कौन आएगा, किसे वो मैच पास देंगे. ये तमाम जानकारी खिलाड़ियों को पहले से ही इन अधिकारियों को मुहैय्या करानी होगी. जाहिर है ऐसे हालात में ये कहना गलत नहीं होगा कि टीम इंडिया नजरबंद है.
गुरुवार को बर्मिघम में बारिश की वजह से टीम इंडिया का प्रैक्टिस सेशन पानी में धुल गया. साथ ही कप्तान धोनी के हाथ से मौका भी फिसल गया कि वो मुश्किल दौर से गुजर रही टीम का ध्यान खेल की तरफ खींच पाते, और टूर्नामेंट को लेकर अपनी रणनीति खिलाड़ियों के साथ शेयर कर पाते.
खैर टीम ने जिम में ही करीब दो घंटे हल्की-फुल्की कसरत की. हालांकि खिलाड़ियों को एसीयू के अधिकारियों से बाहर लंच की इजाजत मिल गई. टीम के लिए ये हालात बेहद मुश्किल भरे हैं. कप्तान धोनी ने सोचा तो ये होगा कि देश के बाहर टीम को तरोताजा होने का मौका मिलेगा, और खिलाड़ी सिर्फ क्रिकेट के बारे में सोचेंगे. लेकिन सात समंदर पार भी फिक्सिंग का साया टीम के पीछे पड़ा है. टीम इंडिया पर देश और दुनिया भर के फैन्स की नजर है और जिस तरह ये टीम वहां नजरबंद की गई है उसकी वो आदी नहीं है.
साल 2000 में जब फिक्सिंग के साए से टीम इंडिया गुजरी थी, तब मौजूदा टीम का कोई खिलाड़ी उस ड्रेसिंग रूम में नहीं था. ऐसे हालात में अब सब कुछ कप्तान धोनी आ टिका है. नजरों के संगीन साए में उन्हें इंग्लैंड की जंग लड़नी है और जीतनी है. तभी दुनिया की नजरें टीम से हटेंगी और उसे सलाम करेगी.
इंग्लैंड में चैंपियंस ट्रॉफी खेलने गए भारत के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एक बार फिर मैच फिक्सिंग पर कुछ नहीं कहा. हालांकि इस बार उन्होने ये जरूर कहा कि जब वक्त आएगा तो मैं जरूर कुछ ना कुछ कहूंगा. धोनी ने कहा कि हर सेटअप में कमजोर लोग मौजूद रहते हैं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में धोनी ने टीम की रणनीति का खुलासा करते हुए कहा कि इंग्लैंड में भारतीय टीम 5 गेंदबाज खिलाएगी. धोनी ने भरोसा जताया कि इंग्लैंड के माहौल में रविंद्र जडेजा सफल होंगे. हालांकि उन्होंने साफ किया कि उनके पास जडेजा के विकल्प मौजूद हैं.
धोनी ने कहा कि चैंपियन ट्रॉफी में भारतीय टीम मुरली विजय और शिखर धवन से ही पारी की शुरुआत कराएगी. उन्होंने कहा कि रोहित शर्मा को तीसरे ओपनर के तौर पर रखा जाएगा. धोनी ने साफ किया की दिनेश कार्तिक को मिडिल ऑर्डर मे ही रखा जाएगा. साथ ही धोनी ने माना कि आईपीएल के तुरंत बाद टीम इंडिया अच्छा प्रदर्शन नहीं करती लेकिन उन्होंने ये भी कहा कि इसके लिए आईपीएल को दोष देना गलत होगा.
बर्मिघम में गुरुवार को टीम इंडिया का प्रैक्टिस सेशन बारिश में धुल गया और खिलाड़ियों ने जिम में ही पसीना बहाया. टीम इंडिया को पहला अभ्यास मैच 1 जून को श्रीलंका के खिलाफ खेलना है, जबकि 6 जून से टूर्नांमेंट का आगाज हो रहा है और दक्षिण अफ्रीका के साथ टीम इंडिया पहले ही मैच में भिड़ेगी.