नई दिल्ली, 11 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि सम-विषम परिवहन परियोजना का उद्देश्य दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रित करना है और यह योजना 15-30 अप्रैल के बीच फिर लागू की जाएगी। दोपहिया वाहनों व महिलाओं को इससे छूट मिलेगी।
केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी स्थित अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा, “हम इसे 15-30 अप्रैल के लिए फिर लागू करेंगे।”
केजरीवाल ने कहा कि एक जनवरी से 15 जनवरी तक सम-विषम परिवहन योजना से मिली प्रतिक्रिया के आधार पर यह फैसला लिया गया है। योजना के तहत सम पंजीकरण संख्या वाले वाहनों को सम तारीख और विषम पंजीकरण संख्या वाले वाहनों को विषम तारीख के दिन परिचालन की इजाजत थी।
उन्होंने कहा, “सम-विषम परिवहन योजना का अगला चरण 15 अप्रैल से शुरू होगा।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “यह चरणबद्ध तरीके से लागू होगा और स्थायी तौर पर तब तक नहीं लागू होगा, जब तक सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था इसके कारण बढ़ने वाली भीड़ को सहन करने योग्य नहीं हो जाती।”
केजरीवाल ने हालांकि यह भी कहा कि दो पहिया वाहनों को योजना से दूर रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में 30 लाख दोपहिया वाहन हैं और अगर इन्हें भी योजना के अंतर्गत लाया जाएगा, तो बसों व दिल्ली मेट्रो में भीड़भाड़ बहुत बढ़ जाएगी।
केजरीवाल ने कहा, “इसलिए हम दोपहिया वाहनों को योजना में शामिल नहीं कर सकते।”
केजरीवाल ने कहा कि योजना को दोबारा लागू करने के लिए 15 अप्रैल की तारीख का चयन इसलिए किया गया है, क्योंकि तब तक बोर्ड की सालाना परीक्षाएं खत्म हो जाएंगी।
उन्होंने कहा कि योजना के प्रति दिल्लीवासियों की प्रतिक्रिया बेहद उत्साहजनक रही है, वे इस योजना का क्रियान्वयन चाहते हैं, लेकिन बोर्ड परीक्षाओं के वक्त नहीं।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार इस बात पर चर्चा कर रही है कि इस योजना को हर महीने 15 दिन लागू किया जाना चाहिए या नहीं।
उन्होंने कहा, “इस बात पर केवल विचार किया जा रहा है।”
केजरीवाल ने कहा, “यदि दिल्ली की जनता सहयोग करे, यदि वे महीने में छह दिन परेशानी उठाएं, तो हम इसके बारे में सोच सकते हैं।”
केजरीवाल के मुताबिक, अगर इस योजना को दो सप्ताह के लिए लागू किया जाए, तो सम व विषम संख्या के कारों के मालिक अधिकतम छह दिन प्रभावित होंगे, क्योंकि यह योजना रविवार को लागू नहीं होती।
आम आदमी पार्टी (आप) नेता ने कहा कि अप्रैल में दिल्ली में सम-विषम योजना को लागू करने के लिए सेना के लगभग 500 सेवानिवृत्त कर्मियों की भर्ती की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जनवरी में जब यह योजना लागू हुई थी, तो वीआईपी की तर्ज पर कई लोगों ने योजना से छूट की मांग की थी।
केजरीवाल ने संकेत दिया कि वे इसके लिए तैयार नहीं हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम वीआईपी से इस योजना का पालन करने का आग्रह करेंगे। लेकिन हम उन्हें छूट देना जारी रखेंगे। जितनी अधिक संख्या में वीआईपी इसका स्वयं पालन करेंगे, उतना ही अच्छा होगा।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में मई तक एक हजार नई बसें आ जाएंगी, अन्य एक हजार बसें अगस्त तथा बाकी के एक हजार बस दिसंबर में दिल्ली की सड़कों पर आ जाएंगी।
वहीं, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि एक जनवरी से 15 जनवरी के दौरान यातायात जाम की समस्या न होने की शहर ने बेहद प्रशंसा की।