मुंबई: बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने दो-टूक शब्दों में कहा है कि वह इस्तीफा नहीं देंगे और किसी के दबाव में नहीं आएंगे। मुंबई क्राइम ब्रांच द्वारा गिरफ्तार किए गए अपने दामाद गुरुनाथ मय्यप्पन से मुलाकात करने मुंबई पहुंचे श्रीनिवासन ने एयरपोर्ट पर कहा कि उनका इस्तीफा देने का कोई इरादा नहीं है और उन्हें इस्तीफा देने के लिए डराया या धमकाया नहीं जा सकता है।
श्रीनिवासन ने एनडीटीवी से अलग से बातचीत में कहा, मैं बीसीसीआई अध्यक्ष के तौर पर चुना गया हूं और अपने कार्यकाल में मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। मुझे ऐसा कोई कारण नहीं दिखता, जिसकी वजह से मुझे इस्तीफा देना चाहिए।
श्रीनिवासन ने कहा, कोई अगर अध्यक्ष बनना चाहता है, तो चुनाव के जरिये बने। अगर मेरा दामाद गिरफ्तार हुआ है, तो कानून अपना काम करेगा। उन्होंने कहा, बहुत से लोग मुझे बीसीसीआई के अध्यक्ष पद पर नहीं देखना चाहते और उन लोगों के नाम सभी को पता हैं, मुझे बताने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई पूरी तरह से अपने नियमों के हिसाब से चलेगा। कानून अपना काम करेगा। श्रीनिवासन ने कहा कि दामाद के जरिये उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है।
श्रीनिवासन ने दावा किया कि उन्हें अपने दामाद गुरुनाथ मय्यप्पन के सट्टेबाजी में लिप्त होने की जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाएगा और उसके खिलाफ भी उसी तत्परता से कार्रवाई की जाएगी, जैसे कि खिलाड़ियों के मामले में की गई थी।
श्रीनिवासन ने कहा, आप यकीन कर सकते हैं कि बीसीसीआई उसी तत्परता से कार्रवाई करेगा। जहां तक गुरुनाथ का सवाल है, तो हमने जिस तरह की कार्रवाई दूसरों के मामले की, वही उस पर भी लागू होगी। किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाएगा। चेन्नई सुपरकिंग्स के टीम प्रिंसिपल गुरुनाथ के आईपीएल मैचों में सट्टेबाजी में लिप्त रहने के बारे में पूछे जाने पर श्रीनिवासन ने दावा किया कि उन्हें कोई जानकारी नहीं थी।
उन्होंने यह कहकर अपने दावे की पुष्टि करने की कोशिश की कि वह बमुश्किल कोई मैच देखते हैं। उन्होंने कहा, मुझे गुरुनाथ के शामिल होने की किसी तरह की जानकारी नहीं थी। सभी जानते हैं कि मैं बमुश्किल कोई मैच देखने के लिए जाता हूं। सभी को पता है कि मैं चेन्नई सुपरकिंग्स के मैचों में नहीं जाता हूं। श्रीनिवासन ने कहा, इसकी जांच की जाएगी। जो भी कदम उठाए जाएंगे, वह निष्पक्ष होंगे।
हालांकि सूत्रों के मुताबिक बीसीसीआई में श्रीनिवासन अलग-थलग पड़ गए हैं और उनके शीर्ष पद से हटाए जाने की हलचल बढ़ गई है। सूत्रों के मुताबिक श्रीनिवासन के इस्तीफा न देने से खफा बोर्ड के कई सदस्य उन्हें निलंबित कर हटाने की प्रक्रिया शुरू करना चाहते हैं। इसके लिए वे पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष शंशाक मनोहर की सेवाएं इस्तेमाल करना चाहते हैं, जिनकी छवि काफी साफ है। बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी के अनुसार जब तक नए अध्यक्ष का चुनाव नहीं होता, तब तक मनोहर ने अंतरिम आधार पर इस पद की जिम्मेदारी संभालने की सहमति दे दी है।