यूपीए के बुधवार को आयोजित रात्रिभोज में आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद भले ही विशिष्ट आमंत्रित व्यक्तियों में शामिल रहे हों लेकिन अगले लोकसभा चुनावों में उनकी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर कांग्रेस कोई वायदा करती दिखाई नहीं दे रही.
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने नाम नहीं जाहिर होने की शर्त पर कहा, ‘जोड़ी मिलाते समय दुल्हन या दूल्हे के लिए लोग कई योग्य लड़के या लड़कियों को देखते हैं. लेकिन शादी का फैसला होने से पहले कुछ भी तय नहीं होता. ऐसा ही गठबंधन के मामले में है.’
सत्तारूढ़ पार्टी के यह नेता एक तरह से यह इशारा करते भी दिखे कि चुनाव अभी दूर हैं. लालू प्रसाद यूं तो यूपीए-2 में शामिल नहीं हैं लेकिन जब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सरकार के चार साल पूरे होने के मौके पर ‘जनता के लिए रिपोर्ट’ पेश की तो वह और लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान मंच पर थे.
यूपीए-1 में शामिल रहे आरजेडी और लोजपा यूपीए-2 को बाहर से समर्थन दे रहे हैं. पिछले कुछ महीनों में ये अटकलें भी रहीं कि बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू नेता नीतीश कुमार आरजेडी को छोड़कर कांग्रेस से हाथ मिलाना चाहते हैं.
अगले लोकसभा चुनाव से पहले खुद को बिहार में तटस्थ दर्शाते हुए कांग्रेस ने भी हाल ही में जेडीयू और आरजेडी दोनों से ही दूरी के संकेत दिये थे. जब लालू से पूछा गया कि क्या कांग्रेस उनके दल को यूपीए में शामिल करेगी तो उनका जवाब था, ‘ऐसा हो या नहीं लेकिन हम उन्हें समर्थन देंगे.’ आरजेडी अध्यक्ष को कांग्रेस और नीतीश के बीच गठजोड़ की अटकलों को लेकर भी चिंता हो सकती है.