नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। देश के विनिर्माण क्षेत्र में जनवरी 2016 में तेजी दर्ज की गई। यह जानकारी सोमवार को जारी निक्के ई पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) के आंकड़े से मिली।
मार्किट और निक्के ई द्वारा किए गए पीएमआई सर्वेक्षण के मुताबिक, जनवरी 2016 में पीएमआई रीडिंग बढ़कर 51.1 दर्ज की गई, जो दिसंबर में 49.1 थी।
पीएमआई में 50 से नीचे की रीडिंग से संबंधित आर्थिक क्षेत्र में संकुचन और रीडिंग के 50 से ऊपर रहने से विस्तार का पता चलता है।
जनवरी में पीएमआई की रीडिंग 50 से ऊपर चली आई है, लेकिन विनिर्माण क्षेत्र में विस्तार की गति अधिक नहीं है। गत चार महीने में रीडिंग में हालांकि यह सर्वाधिक वृद्धि है।
गत 28 महीने में प्रत्येक महीने कंपनियों को मिले ठेके में वृद्धि दर्ज की गई है और यह क्रम जनवरी में भी जारी रहा है।
जनवरी में विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार भी बढ़ा है जो उत्पादन में हुई वृद्धि के अनुरूप विकास है।
रपट में हालांकि कहा गया है, “जनवरी में बढ़ा रोजगार विनिर्माण कंपनियों की क्षमता पर देखे जा रहे दबाव को कम करने के लिए नाकाफी है।”
मार्किट की अर्थशास्त्री पॉलियाना डी लीमा ने रपट में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति पर कहा, “आरबीआई यद्यपि 2016 में मुख्य दरों में कटौती को जारी रखेगा, लेकिन फरवरी की बैठक में रेपो दर को 6.75 पर बरकरार रखा जा सकता है, क्योंकि देश में महंगाई में वृद्धि का दबाव बढ़ रहा है और यह आरबीआई की प्रमुख चिंता हो सकती है।”