नई दिल्ली। चीन ने कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए सहयोग बढ़ाने का एलान किया है। दोनों देशों के बीच हुए नए समझौते के बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाने वाले भारतीय श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। साथ ही उन्हें मोबाइल सिम कार्ड व संचार सुविधाएं उपलब्ध करने में भी चीन सहयोग करेगा।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और चीनी प्रधानमंत्री ली कछ्यांग के बीच वार्ता के बाद दोनों पक्षों में हुए समझौते के तहत चीन कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए सुविधाओं की स्थिति सुधारेगा।
हर साल मई से सितंबर तक होने वाली कैलाश मानसरोवर की बेहद कठिन यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बेहद दुर्गम पहाड़ी चढ़ाई के दौरान श्रद्धालुओं को चिकित्सा व संचार में भी खासी असुविधाएं पेश आती हैं। समझौतों की कड़ी में चीन हर साल पहली जून से 15 अक्टूबर के बीच दिन में दो बार ब्रहमपुत्र नदी के जल बहाव पर सुबह आठ से रात आठ बजे (बीजिंग समयानुसार) के बीच के आंकड़े भारत को मुहैया कराएगा। इसके अलावा दोनों देश सहोदर शहर (सिस्टर सिटी ) व प्रांतों को चिह्नित करने पर भी राजी हुए हैं। दोनों पक्षों ने पानी के बेहतर उपयोग वाली सिंचाई तकनीक व कृषि क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर भी करार किया है।
भारत और चीन ने सांस्कृतिक आदान-प्रदान बढ़ाने के लिए प्रतिष्ठित व समकालीन साहित्यिक रचनाओं के अनुवाद को भी बढ़ावा देने का करार किया है। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे की भाषा को प्रोत्साहित करने के लिए भी सहमति जताई है। भारत और चीन के प्रधानमंत्रियों की वार्ता के बाद जारी संयुक्त बयान के मुताबिक भारतीयों को चीनी सिखाने के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) चीनी एजेंसी हानबान के साथ मिलकर काम करेगा। दोनों मुल्कों के लोगों के बीच आपसी संपर्क बढ़ाने के लिए पारस्परिक मीडिया संपर्को व युवाओं के एक-दूसरे के मुल्क में आने-जाने को प्रोत्साहित किया जाएगा।