मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान से आज यहाँ साँची बौद्ध एवं भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय के नव नियुक्त कुलाधिपति श्री सेम डोंग रिमपोचे ने सौजन्य भेंट की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कुलाधिपति का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय को बौद्ध एवं भारतीय दर्शन के अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र के रूप में स्थापित करने की अपेक्षा व्यक्त की। श्री चौहान ने विश्वविद्यालय के विकास में राज्य शासन के पूर्ण सहयोग को दोहराया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बुद्धिज्म प्रेम, अहिंसा, शांति, मैत्री और विश्वबंधुत्व का धर्म है। इससे जुड़े ज्ञान पर पूरी दुनिया में शोध किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को अंतर्राष्ट्रीय स्वरूप देने में राज्य सरकार हरसंभव सहयोग करेगी। हम चाहते हैं कि यह दुनिया का सर्वश्रेष्ठ और आदर्श विश्वविद्यालय बने। उन्होंने विश्वविद्यालय से जुड़े निर्माण कार्य मास्टर प्लान बनाकर पूरा करने की बात कही।
कुलाधिपति श्री रिमपोचे ने कहा कि विश्वविद्यालय में वैश्विक संदर्भ में बौद्ध अध्ययन और भारतीय ज्ञान पर शोध किया जायेगा। विश्वविद्यालय द्वारा दुनिया के अन्य बौद्ध विश्वविद्यालयों तथा अध्ययन केन्द्रों से समन्वय किया जायेगा। उन्होंने सुझाव दिया कि जापान, कोरिया, थाईलेण्ड, श्रीलंका जैसे देशों से भी सहयोग लिया जा सकता है। बुद्धिज्म और आधुनिक ज्ञान-विज्ञान के विचारों के आदान-प्रदान पर फोकस किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश शासन द्वारा बौद्ध विश्वविद्यालय की स्थापना के लिये उपयुक्त स्थल उपलब्ध करवाया गया है। कुलाधिपति ने विश्वविद्यालय की स्थापना में मुख्यमंत्री श्री चौहान की रूचि की सराहना की।
कुलाधिपति श्री रिमपोचे ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को बुद्ध प्रतिमा भेंट की तथा दुपट्टा डाल कर सम्मानित किया। मुलाकात के दौरान साँची बौद्ध विश्वविद्यालय के विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी श्री राजेश गुप्ता भी उपस्थित थे।