बीजिंग। भारतीय सीमा में 19 किमी तक घुसकर बैठे चीन को भारत की चिंताओं से कुछ लेना-देना नहीं है। चीन सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स में गुरुवार छपे लेख में न केवल भारत सरकार बल्कि विपक्ष और मीडिया की भी आलोचना की गई है।
अखबार ने लिखा है कि सीमा विवाद पर मीडिया और विपक्ष के हल्ले के बीच भारत सरकार खामोश बैठी है। इससे भारत-चीन संबंध प्रभावित हो रहे हैं। सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के अखबार ने लिखा कि भारत की चीन के प्रति नीति अस्पष्ट और अस्थिर है। चीन भारत के भड़काने वाले व्यवहार को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। अखबार ने लिखा कि नई दिल्ली सीमा पर उत्तेजना पैदा कर रहा है। भारत सरकार को घुसपैठ पर स्थित साफ करनी चाहिए। उसे अच्छा वातावरण तैयार करने की जिम्मेदारी उठानी होगी। हालांकि, भारत सरकार ऐसा करने में असफल रही है। सरकार खामोश है। इससे मीडिया और विपक्ष को शोर करने का मौका मिल रहा है।
भारतीय मीडिया में चीनी ब्लॉगरों की प्रतिक्रिया पर छपी एक रिपोर्ट पर टाइम्स ने लिखा कि ऐसी बेवकूफी समाज को नुकसान पहुंचाने वाली है। चीनी ब्लॉगरों ने भारत को सबक सिखाने को कहा था। भारतीय मीडिया लगातार दोनों देशों के संबंध खराब करने की कोशिश करता रहता है। सीमा विवाद पर दोनों देशों के अधिकारी अच्छे माहौल में एक-दूसरे से वार्ता कर रहे हैं। मीडिया और भारतीय विपक्ष को संयम बरतना चाहिए। चीन को भारत के साथ शांति और दोस्ताना व्यवहार कायम रखना चाहिए। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं कि चीन भड़काने वाली कार्रवाई की बर्दाश्त करेगा।