वर्ष 2013 के पहले चंद्रग्रहण अल्प खंडग्रास (थोड़े समय के लिए प्रभाव रहना) की घड़ी हनुमान जयंती पर आ रही है। हनुमान जयंती पर इस बार चंद्रग्रहण का साया मंडरा भी रहा है। हनुमान जयंती पर चंद्रग्रहण से नौ घंटे पूर्व सूतक लगने के कारण 25 अप्रैल को शाम चार बजे के बाद भक्तों को हनुमानजी के दर्शन नहीं होंगे। चंद्रग्रहण के कारण मंदिरों के कपाट शाम चार बजे से ही बंद हो जाएंगे। ऐसे में भक्तों को सूतक काल के पहले ही दर्शन-पूजन करना होगा।
ज्योतिषियों के अनुसार ऐसा पहली बार हो रहा है कि हनुमान जयंती के ही दिन भक्त हनुमानजी के दर्शन मात्र से वंचित रहेंगे। सिर्फ मन में ही प्रभु की भक्ति कर सकेंगे। तिथियों के मुताबिक 16 साल बाद चंद्रग्रहण पर 25 अप्रैल को हनुमान जयंती मनाई जाएगी, लेकिन जयंती पर इस साल चंद्रग्रहण का असर रहेगा। चंद्रग्रहण में नौ घंटे पूर्व सूतक लग रहा है। इस अवधि में पूजा-पाठ नहीं होते। सूतक के कारण मंदिरों के कपाट नौ घंटे तक बंद रहेंगे। चंद्रग्रहण 25-26 अप्रैल को रात्रि एक बजकर 22 बजे लग रहा है। नौ घंटे पूर्व 25 अप्रैल को शाम चार बजे ही पट बंद हो जाएंगे। चंद्रग्रहण पर 26 अप्रैल को रात्रि एक बजकर 22 मिनट पर ग्रहण स्पर्श होगा।