दुनिया की चर्चित समाचार एजेंसी एपी के ट्विटर अकाउंट से जब ये ख़बर पोस्ट की गई कि व्हाइट हाउस में विस्फोट हुआ है और राष्ट्रपति बराक ओबामा घायल हैं, तो हड़कंप तो मचना ही था।
लेकिन ये ख़बर ग़लत थी और एपी ने स्पष्ट किया कि किसी ने उसका ट्विटर अकाउंट हैक कर लिया है।
लेकिन तब तक इस ट्वीट को कई बार री-ट्वीट किया जा चुका था और ये ख़बर थोड़ी ही देर में आग की तरह फैल गई। अमेरिकी ख़ुफिया एजेंसी एफ़बीआई ने यहाँ तक कह दिया कि वे इस घटना की जाँच कर रहे हैं।
इस ट्वीट के आने के कुछ ही देर बाद व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्नी ने पत्रकारों को ये बताया कि बराक ओबामा पूरी तरह ठीक हैं।
लेकिन तब तक अमेरिकी बाज़ार में हाहाकार मच गया। डाउ जोंस का औद्योगिक औसत 150 अंक नीचे आ गिरा।
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता के बयान के बाद ही बाज़ार संभल पाए।
अकाउंट हैक
लेकिन बाद में पता चला कि किसी ने एपी का ट्विटर अकाउंट हैक कर लिया था और फिर ये अफवाह वाली ख़बर पोस्ट कर दी गई।
एपी के अकाउंट से जो ख़बर पोस्ट की गई थी, वो ऐसे लिखी गई थी।।।।।ब्रेकिंग: व्हाइट हाउस में दो धमाके और बराक ओबामा घायल।
एपी ने बाद में ये स्पष्ट किया, “ट्विटर पर एपी का अकाउंट हैक कर लिया गया है और व्हाइट हाउस पर हमले के बारे में किया गया ट्वीट ग़लत है।”
एपी ने ये भी जानकारी दी कि हैकर पहले से ही उसके पत्रकारों का पासवर्ड चुराने की कोशिश कर रहे थे, जब ऐसा नहीं हुआ तो ट्विटर अकाउंट हैक कर लिया गया। एजेंसी ने बताया कि वो इसे ठीक करने की कोशिश कर रही है।
दावा
एपी के प्रवक्ता पॉल कॉल्फ़र्ड ने बताया कि एपी की वायर सर्विस को भी रोक दिया गया है और अन्य ट्विटर अकाउंट भी फिलहाल बंद कर दिए गए हैं। एपी ट्विटर के साथ मिलकर हैकिंग की भी जाँच कर रहा है।
सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद को समर्थन करने का दावा करने वाले एक ग्रुप ने इस हैकिंग की ज़िम्मेदारी ली है।
सीरियन इलेक्ट्रॉनिक आर्मी ने ये भी दावा किया है कि एएफ़पी, स्काई न्यूज़ अरबिया, अल जज़ीरा मोबाइल और सीबीएस न्यूज़ के ट्विटर अकाउंट को भी उसने ही हैक किया था।
ट्विटर से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि वे इस हैकिंग की जाँच कर रहे है, लेकिन उन्होंने लोगों को सतर्क रहने को कहा है।