नई दिल्ली: मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर आज उम्र के 40वें पड़ाव पर पहुंच गए हैं। सचिन ने सिर्फ 16 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा और उसके बाद करीब 24 साल क्रिकेट की पिच पर राज किया। यह सिलसिला अब भी बदस्तूर जारी है। इस दौरान सचिन ने न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक ठोके, बल्कि ऐसे और भी बेमिसाल रिकॉर्ड कायम किए, जिसे क्रिकेट के कई दिग्गज भी सपने की तरह देखते हैं।
सचिन ने आज अपना जन्मदिन कोलकाता में अपनी पत्नी के साथ केक काटकर मनाया। वह आईपीएल के मैच के लिए कोलकाता में मौजूद हैं।
तेंदुलकर ने अपनी पत्नी अंजलि की मौजूदगी में केक काटते समय कहा, मैंने कभी केक काटते समय इतना तनाव महसूस नहीं किया। सभी को इस आयोजन के लिए धन्यवाद। यह वाकई दिल को छूने वाला है। चैम्पियन बल्लेबाज ने कहा कि उनके पूर्व साथी अनिल कुंबले से बातचीत करके उन्होंने राहत महसूस की ।
उन्होंने कहा, यहां आते समय मैंने अनिल कुंबले से मुलाकात की, जिसने मुझे हैप्पी बर्थडे कहा और यह भी कहा कि चिंता मत करो , 40 बस एक आंकड़ा है। दुनियाभर में अपने करोड़ों प्रशंसकों को धन्यवाद देते हुए तेंदुलकर ने कहा कि उनकी शुभकामनाओं की बदौलत ही वह पिछले दो दशक से खेलते आ रहे हैं।
उन्होंने कहा, मैं इस मौके पर भारत और दुनियाभर में अपने शुभचिंतकों को धन्यवाद देना चाहता हूं। उन्होंने मेरा साथ दिया और निस्वार्थ प्रेम की वर्षा मुझ पर पिछले 23 साल से कर रहे हैं। यह वाकई खास है। उन्होंने कहा, उनकी शुभकामनाओं और दुआओं के कारण ही मैं 23 साल बाद भी यहां आपके सामने खड़ा हूं। यह मेरी ताकत है। मुझे लगा कि यह सभी को धन्यवाद करने का उपयुक्त मौका है।
वैसे, मास्टर उम्र के उस पड़ाव पर आ गए हैं, जहां खेल की दुनिया का युवा तो उन्हें कतई नहीं कहा जा सकता। पिछले ढाई दशक सवा अरब से ज्यादा क्रिकेट फैन्स की आंखें 5 फीट 5 इंच की इस शख्सियत पर लगातार ऐसे टिकी रहीं। इस दौरान यह अहसास करना मुश्किल हो गया कि मास्टर की उम्र की घड़ी भी तेजी से भाग रही है।
इसी दौरान सचिन आंकड़ों से आगे निकल गए। रिकॉर्ड्स की किताब बना दी। खेल के नए पैमाने कायम कर दिए और उन सबसे ज्यादा एक रोल मॉडल की बेमिसाल और बेदाग अनूठी तस्वीर बना दी।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व टेस्ट क्रिकेटर मैथ्यू हेडन खुद भी 41 साल के हैं, फिर भी सचिन के लिए तारीफों के ऐसे पुल बांधते हैं, जैसे कोई बीते जमाने की किसी महान शख्सियत के बारे में बता रहा हो।
हेडन कहते हैं, सचिन भारत के डॉन ब्रैडमैन हैं। सचिन की शख्सियत अब क्रिकेट से बहुत आगे निकल गई है। हेडन के मुताबिक, सचिन अपने आप में एक मूवमेंट हैं, वो घर हैं, उम्मीद हैं, संस्कृति हैं और कहने की बात नहीं कि देश के सबसे बड़े खिलाड़ी हैं।
पूर्व कप्तान सौरव गांगुली, माइकल क्लार्क, शेन वार्न, सुनील गावस्कर और न जाने ऐसे कितने बड़े नाम सचिन के खेल और उनकी शख्सियत के कायल हैं।
सचिन ने अपने पहले 16 साल क्रिकेट की तैयारी में पिच पर और उससे बहुत ज्यादा वक्त कारनामे करते हुए अंतरराष्ट्रीय पिचों पर गुजारे। पिछले 24 साल हर भारतीय फैन्स का सिर ऊंचा किए रखा।
उम्र के उनके 40वें पड़ाव पर भी यह सोच पाना मुश्किल है कि यह सिलसिला कभी थम भी सकता है। फिलहाल चालीस के तिलस्म को तोड़कर सबके दिल में घर बनाने वाले सचिन को सलाम।