विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग ले ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा, “चीन इस खबर को सुनकर गहरे सदमें में है।”
होंग का कहना है कि चीन सरकार बंधक के अपहरण के बाद से लेकर अब तक उसे छुड़ाने का प्रयास कर रही थी।
आईएस ने इससे पहले सितंबर में चीन और नॉर्वे के नागरिक को बंधक बनाने की बात कही थी। आईएस की अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित होने वाली पत्रिका ‘दाबिक’ में इन बंधकों की पहचान चीन के स्वतंत्र सलाहकार फैन जिंगहुई और नॉर्वे के ओल जोहान ग्रिम्सगार्ड ऑफ्टैड के रूप में इनकी उजागर की गई थी।
हालांकि, आईएस ने इन दोनों का अपहरण कब और कहां से किया, इसका उल्लेख नहीं किया।
विदेश मंत्रालय का कहना है कि आईएस द्वारा फैन के बारे में दी गई जानकारी विदेश में लापता एक चीनी नागरिक से मेल खाती है।