मुंबई: देश के शेयर बाजारों में गत सप्ताह भारी तेजी देखी गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में जहां चार फीसदी से अधिक की उछाल रही, वहीं बैंकिंग सेक्टर सात फीसदी से अधिक चढ़ा। बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स गत सप्ताह 4.24 फीसदी या 773.90 अंकों की तेजी के साथ शुक्रवार को 19,016.46 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी भी इसी अवधि में 4.6 फीसदी या 254.55 अंकों की तेजी के साथ 5,528.55 पर बंद हुआ।
गत सप्ताह सेंसेक्स के 30 में से 24 शेयरों में तेजी रही। एसबीआई (10.18 फीसदी), महिंद्रा एंड महिंद्रा (9.55 फीसदी), भारती एयरटेल (9.55 फीसदी), ओएनजीसी (8.44 फीसदी) और एलएंडटी (8.33 फीसदी) में सबसे अधिक तेजी रही। गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे टीसीएस (4.1 फीसदी), विप्रो (3.82 फीसदी), सिप्ला (0.85 फीसदी), कोल इंडिया (0.23 फीसदी) और टाटा पावर (0.16 फीसदी)।
आलोच्य अवधि में बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप में डेढ़ फीसदी से अधिक तेजी रही। मिडकैप 1.94 फीसदी या 118.51 अंकों की तेजी के साथ 6,218.15 पर और स्मॉलकैप 1.76 फीसदी या 103.48 अंकों की तेजी के साथ 5,975.59 पर बंद हुआ।
आलोच्य अवधि में बीएसई के 13 में से 11 सेक्टरों में तेजी रही। बैंकिंग (7.50 फीसदी), पूंजीगत वस्तु (5.80 फीसदी), रियल्टी (5.28 फीसदी), तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (5.26 फीसदी) और वाहन (5.04 फीसदी) में सबसे अधिक तेजी रही। गिरावट वाले दो सेक्टरों में रहे सूचना प्रौद्योगिकी (2.33 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (0.4 फीसदी)।
गत सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में सोमवार को वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित महंगाई दर मार्च 2013 में साल दर साल आधार पर 5.96 फीसदी रही। पिछले तीन सालों में पहली बार महंगाई दर छह फीसदी से कम दर्ज की गई है। फरवरी में यह दर 6.84 फीसदी थी और पिछले साल मार्च में यह दर 7.69 फीसदी थी।
थोक मूल्य सूचकांक में 64.97 फीसदी योगदान करने वाले विनिर्मित वस्तुओं की महंगाई दर मार्च में 4.07 फीसदी रही, जो एक साल पहले 5.16 फीसदी थी। प्राथमिक वस्तुओं की महंगाई दर मार्च में 7.6 फीसदी रही, जो एक साल पहले 10.41 फीसदी थी। खाद्य महंगाई दर मार्च में 8.73 फीसदी रही, जो एक साल पहले 10.11 फीसदी थी। प्रमुख उद्योगों के उत्पादों में महंगाई दर मार्च में घटकर 3.4 फीसदी रही, जिससे बाजार की सुस्ती का पता चलता है।
गुरुवार को वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक देश का निर्यात गत कारोबारी वर्ष 2012-13 में 1.76 फीसदी गिरावट के साथ 300.6 अरब डॉलर रहा। इस दौरान व्यापार घाटा बढ़कर 190.91 अरब डॉलर रहा। मार्च 2013 में 30.85 अरब डॉलर का निर्यात हुआ, जो एक साल पहले से 6.97 फीसदी अधिक है। मार्च महीने में आयात 2.87 फीसदी अधिक 41.16 अरब डॉलर रहा। गत कारोबारी वर्ष में आयात 0.44 फीसदी अधिक 491.48 अरब डॉलर रहा, जो इससे पिछले वर्ष 489.31 अरब डॉलर था।