नई दिल्ली, 15 नवंबर (आईएएनएस)। भारतीय महिलाओं का सोने के प्रति प्रेम जग जाहिर है, लेकिन अब वे चमकते हीरे खरीदना भी पसंद करती हैं। यह कहना है भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) के 35वें संस्करण में म्यांमार से आए एक प्रदर्शक का।
अपने बेशकीमती माणिक और नीलम के लिए विख्यात म्यांमार भारत के सबसे बड़े व्यापार मेले में भाग ले रहे देशों में से एक है।
‘डी क्यू म्यांमार ज्वेल्स’ के साझेदार नील ने आईएएनएस को बताया, “हम पिछले 15 वर्षो से यहां आ रहे हैं। हर साल हम नया कलेक्शन पेश करते हैं। इस बार हम ज्यादा हीरे लाए हैं, क्योंकि सोने के खरीदार भी हीरे खरीद रहे हैं।”
उनके हीरे के आभूषणों की रेंज 15,000 रुपये से 15 लाख रुपये के बीच है।
नील ने कहा, “मध्य वर्ग के लोगों सहित भारतीय अब हीरे पसंद कर रहे हैं। हम भारतीय बाजारों से 25 प्रतिशत कम कीमत पर हीरे दे रहे हैं, इसलिए यह उनके बजट से बाहर नहीं होगा।”
माना जाता है कि भारत में हीरे की खपत बढ़ गई है।
हीरा खनन कंपनी डी बीयर्स द्वारा कराए गए ‘कंज्यूमर डायमंड पर्चेजिंग सर्वे’ के मुताबिक, भारत के मध्य वर्ग के बीच हीरे की खपत दर 2002 में दो प्रतिशत से 2014 में बढ़कर नौ प्रतिशत हो गई।
म्यांमार से आई एक अन्य प्रदर्शक ‘म्यांमार जेम्स एंड ज्वेलरी एंटरप्रेन्योर्स एसोसिएशन’ की सदस्य स्वीटी सुएजिन के मुताबिक, “हम पूरी तरह हीरे के सेट नहीं लाए हैं, लेकिन हम ऐसे पीस लाए हैं, जिनमें हीरों के साथ माणिक और नीलम जड़े हैं।”
सुजिएन ने कहा, “भारतीयों को आभूषण पसंद हैं। इसलिए हम वही बेचने आएं हैं, जो उन्हें पसंद है।”
व्यापार मेले का समापन 27 नवम्बर को होगा।