नई दिल्ली, 15 नवंबर (आईएएनएस)। प्रदर्शनी हॉल बदले जाने के कारण भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) के 35वें संस्करण में व्यापार प्रभावित हुआ है। यह कहना है कुछ पाकिस्तानी व्यवसायियों का, जिनके कारोबार की शुरुआत धीमी रही है।
भारत और विदेश की 7,000 से भी अधिक कंपनियां प्रगति मैदान में शनिवार से शुरू हुए देश के सबसे बड़े व्यापार मेले में हिस्सा ले रही हैं।
शा.शा.ब्यूटी कलेक्शन की सीईओ रिजवाना शाहिद ने आईएएनएस से कहा, “मैं इस मेले में चौथी बार हिस्सा ले रही हूं। हमारा कारोबार हमेशा अच्छा रहा है। इस बार उन्होंने हमारा हॉल बदल दिया। पिछले वर्ष हमें हॉल नम्बर छह मिला था, लेकिन इस बार हॉल नम्बर एक है। इससे व्यापार काफी प्रभावित हुआ है।”
शाहिद ने कहा, “हमें अलग हॉल दिया जाना चाहिए था, लेकिन हमें बांग्लादेश, हांगकांग और यूएई से आए लोगों के साथ साझा हॉल मिला है।”
शाहिद ने कहा, “भारतीय बाजार अच्छा है। हमारी संस्कृति एक जैसी है, यह लाभदायक है। कई उत्तर भारतीय हैं, जिन्हें हमारे उत्पाद पसंद हैं। लेकिन भारत अब कई छोटी प्रदर्शनियां भी आयोजित कर रहा है, इसलिए मेरे उत्पादों जैसे उत्पाद आसानी से मिल जाते हैं। इससे भी व्यापार प्रभावित होता है।”
पाकिस्तान के एक अन्य प्रदर्शक ने भी इस वर्ष हॉल बदले जाने पर नाराजगी जताई है।
तैयार मसाले उपलब्ध कराने वाले लजीजा इंटरनेशनल के विपणन प्रबंधक मसवूद उमर ने कहा, “बिक्री अच्छी नहीं हो रही। हॉल के कारण ग्राहकों में भ्रम है। हॉल वही होना चाहिए था।”
प्रदर्शकों की चिंता इस बात से भी सही साबित हुई कि कई ग्राहक पाकिस्तानी स्टाल्स के बारे में पूछते दिखाई दिए।
मेरठ से आई एक 45 वर्षीय महिला ने कहा, “हम यह सोचकर हॉल नम्बर छह में चले गए कि वहां पाकिस्तानी स्टॉल होंगे, लेकिन उसे स्थानांतरित कर दिया गया है। यहां जानकारी देने के लिए भी कम लोग हैं, इसलिए थोड़ी असुविधा है।”
हालांकि, कुछ लोगों ने हॉल बदले जाने की शिकायत की तो कुछ ऐसे भी थे, जो मेले में शामिल होने से ही खुश थे।
मरहबा डिजाइनर के मालिक शुजात अली मलिक ने कहा, “हॉल थोड़ा छोटा है, लेकिन हमें यहां होने पर खुशी है। यहां का बाजार अच्छा है। लेकिन इस बार भारत आने में थोड़ी मुश्किल हुई। मेरे परिवार के पांच सदस्यों को आने की इजाजत नहीं मिली।”