अंकारा, 15 नवंबर (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय तुर्की में चल रहे जी-20 शिखर सम्मेलन की तरफ उम्मीद भरी निगाहों से देख रहा है। लोगों को उम्मीद है कि दुनिया की प्रभावशाली अर्थव्यवस्थाओं के नेता वैश्विक स्तर पर मजबूत, संतुलित और स्थाई विकास के लिए ठोस समझौतों के साथ सामने आएंगे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, आर्थिक मंदी के सात साल बाद भी आज विश्व अर्थव्यवस्था के मजबूती से पटरी पर लौटने के बहुत बेहतर संकेत नहीं मिल रहे हैं।
विकास की गति धीमी है, व्यापार कमजोर है और निवेश धीमा पड़ गया है। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि मंदी से बचा नहीं जा सकता है।
बीते साल आस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में जी-20 देशों ने तय किया था कि 2018 तक सदस्य देश अपने सकल घरेलू उत्पाद को कम से कम दो फीसदी और बढ़ाएंगे। निवेश, व्यापार, प्रतिस्पर्धा और रोजगार को बढ़ावा देने पर भी सहमति बनी थी।
जी-20 के नए अध्यक्ष तुर्की ने हिचकोले खा रही वैश्विक अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए समग्रता, अमल और निवेश का फार्मूला सुझाया है।
दो दिन के शिखर सम्मेलन में जी-20 के नेता समेकित विकास, रोजगार और निवेश के साथ ही वित्तीय नियमन जैसे महत्वपूर्ण आर्थिक बिंदुओं पर विचार करेंगे।
पेरिस में हुए आतंकी हमले के संदर्भ में माना जा रहा है कि जी-20 आतंकवाद से लड़ने के मुद्दे पर रविवार को कोई बयान जारी कर सकता है।