पिछले वर्ष फरवरी में 310 रुपये में मिलने वाले एलईडी की कीमत इस वर्ष जून में 75 रुपये तक पहुंच गई है। एलईडी वितरण प्रणाली के आंकड़ों के अनुसार, इसके इस्तेमाल से जहां पूरे देश में दो अरब 96 करोड़ यूनिट बिजली की खपत कम होगी, वहीं अकेले उत्तर प्रदेश में 20 लाख 96 हजार यूनिट बिजली की खपत में कमी आएगी।
उप्र पावर कारपोरेशन से मिली जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार के संयुक्त उपक्रम एनर्जी इफिसिएंसी सर्विस लिमिटेड (ईईएसएल) ने देश के 83 शहरों में अब तक दो करोड़ 65 लाख एलईडी बल्ब का वितरण किया है।
एक अधिकारी ने बताया कि अकेले उत्तर प्रदेश को 37 लाख एलईडी बल्ब दिए गए हैं। पीलीभीत में 38 हजार, बरेली में दो लाख 65 हजार, हरदोई में सात हजार, उन्नाव में एक हजार, कानपुर में नौ लाख 38 हजार, फतेहपुर में 34 हजार, जौनपुर में 43 हजार, कौशांबी में दस हजार, इलाहाबाद में चार लाख 62 हजार, वाराणसी में छह लाख 38 हजार, गाजीपुर में 71 हजार, प्रतापगढ़ में 29 हजार, बस्ती में 53 हजार, बहराइच में एक लाख चार हजार तथा लखनऊ में दस लाख 38 हजार बल्ब वितरित किए जा रहे हैं।
ईईएसएल ने इस वर्ष अब तक नौ करोड़ पचास लाख बल्ब का निर्माण किया है।