नई दिल्ली, 12 नवंबर (आईएएनएस)। इंडोनेशिया के बाली से गिरफ्तार कर भारत लाए गए अंडरवर्ल्ड के माफिया डॉन राजेंद्र सदाशिव निखलजे उर्फ छोटा राजन के खिलाफ विभिन्न राज्यों में हुए 85 विभिन्न मामलों में कथित संलिप्तता को लेकर दस्तावेज केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सुपुर्द किया जाना बाकी है।
नई दिल्ली, 12 नवंबर (आईएएनएस)। इंडोनेशिया के बाली से गिरफ्तार कर भारत लाए गए अंडरवर्ल्ड के माफिया डॉन राजेंद्र सदाशिव निखलजे उर्फ छोटा राजन के खिलाफ विभिन्न राज्यों में हुए 85 विभिन्न मामलों में कथित संलिप्तता को लेकर दस्तावेज केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सुपुर्द किया जाना बाकी है।
छोटा राजन महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश व गुजरात में हत्या, जबरन उगाही, तस्करी व मादक पदार्थो की तस्करी के मामलों में वांछित था। अकेले महाराष्ट्र में उसके खिलाफ 69 मामले दर्ज हैं। सीबीआई ने अभी तक उसके खिलाफ केवल फर्जी पासपोर्ट का एक मामला दर्ज किया है, जिसके आधार पर उसे सीबीआई ने हिरासत में लिया है।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने राजन पर पासपोर्ट अधिनियम व अपराध नियंत्रण अधिनियम के तहत आपराधिक षड्यंत्र, धोखाधड़ी, वेश बदलने व जालसाजी का मामला दर्ज किया है।
मुंबई पुलिस को पांच नवंबर को उस वक्त बेहद शर्मिदगी झेलनी पड़ी, जब महाराष्ट्र सरकार ने छोटा राजन के खिलाफ सभी मामलों को सीबीआई को सौंपने की घोषणा की।
सीबीआई के एक सूत्र ने आईएएनएस से कहा, “हमारे अधिकारी राजन के खिलाफ मामलों के सिलसिले में मुंबई पुलिस के शीर्ष अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं, लेकिन उसके खिलाफ जांच करने के लिए हमें उसके मामलों के दस्तावेज मिलने बाकी हैं।”
सूत्र ने कहा, “फिलहाल हमारे अधिकारी राजन के खिलाफ एकमात्र मामले की जांच कर रहे हैं, जिसे एजेंसी ने दर्ज किया है।”
अधिकारियों ने कहा कि डॉन के खिलाफ सभी मामलों की जांच के लिए वे अभी भी केंद्रीय गृह मंत्रालय व कार्मिक व प्रशिक्षण विभाग के आदेश से संबंधित दस्तावेजों का इंतजार कर रहे हैं।
वहीं, दूसरी तरफ मुंबई पुलिस ने कहा कि सभी मामलों को सीबीआई को सौंपने के फैसले ने सभी प्रयासों पर पानी फेर दिया है।
मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “उसके खिलाफ 1980-90 के बीच दर्ज मामलों के केस पेपर्स व गवाहों को ढूंढने की शुरुआत कर चुके थे, जो बेहद दुरूह है। हमारे सभी प्रयासों पर पानी फिर गया।”
छोटा राजन (55) को छह नवंबर को इंडोनेशिया के बाली से नई दिल्ली लाया गया। उसे 25 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था।
सूत्रों ने कहा कि राजन ने मोहन कुमार के नाम से एक भारतीय पासपोर्ट (जी9273860) बनवाया, जिसका पता 107/बी, पुराना एम.सी.रोड, आजाद नगर, मांड्या, कर्नाटक था। पासपोर्ट को जिम्बॉव्बे के हरारे में 22 सितंबर, 2003 में बनवाया गया था। सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है।
सीबीआई ने 31 अक्टूबर को राजन के खिलाफ एक मामला दर्ज किया था।