राजधानी लखनऊ स्थित सामाजिक संगठन येश्वर्याज सेवा संस्थान ने सूबे के अन्य सामाजिक और पत्रकार संगठनों के साथ मिलकर महाराष्ट्र के मल्लिकार्जुन कट्टी आदि पर हुए हमलों की भर्त्सना करने के लिए 7 नवंबर को लखनऊ के हजरतगंज इलाके में जीपीओ के पास स्थित महात्मा गांधी पार्क में 11 बजे पूर्वाह्न् से 1 बजे अपराह्न् तक काले कपड़े पहनकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है।
समाजसेवियों का कहना है कि एक राजनैतिक दल के स्थानीय नेता अभय सालुंके ने पहले मल्लिकार्जुन के घर पहुंचकर उनकी खूब तारीफ करने का ढोंग किया, फिर उसे लातूर के शाहू कॉलेज में ले जाकर छात्रों और प्रोफेसरों के सामने सरेआम खूब पिटाई की और उनके मुंह पर काला पेंट पोतकर कॉलेज के संस्थापक से माफी मांगने के लिए मजबूर किया।
गौरतलब है कि इसी राजनैतिक दल के कार्यकर्ताओं ने कुछ दिनों पूर्व मुंबई में पाकिस्तान के पूर्व विदेशी मंत्री की किताब का लोकार्पण कराने पर वरिष्ठ पत्रकार सुधीन्द्र कुलकर्णी के मुंह पर भी कालिख पोत दी थी।
इससे पहले आरटीआई कार्यकर्ता मल्लिकार्जुन कट्टी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि लातूर के शाहू कॉलेज में अवैध निर्माण किया गया है। इस कॉलेज के संस्थापक एक अन्य राजनैतिक दल के पूर्व सांसद गोपालराव देशमुख हैं। भ्रष्टाचार और गैरकानूनी तरीके से चल रहे कामों की पोल खोलने पर मल्लिकार्जुन कट्टी को पिछले कुछ दिनों से धमकियां मिल रही थीं, उन्होंने पुलिस से सुरक्षा मांगी थी, लेकिन इसे दरकिनार कर दिया गया था।
येश्वर्याज सेवा संस्थान की सचिव और सामाजिक कार्यकर्ता उर्वशी शर्मा ने इस प्रकार के हमलों को अभिव्यक्ति की आजादी के संवैधानिक अधिकार का हनन बताते हुए इन राजनैतिक दलों की भर्त्सना की और कहा कि उनके संगठन ने उत्तर प्रदेश के अन्य सामाजिक संगठनों, पत्रकार संगठनों और समाजसेवियों के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन का निर्णय लिया है।
उर्वशी शर्मा ने कहा कि अब हम सब चुप नहीं बैठेंगे और अभिव्यक्ति की आजादी पर हुए हमलों की सार्वजनिक भर्त्सना करते हुए देशभर के आरटीआई कार्यकर्ताओं,लेखकों, पत्रकारों आदि ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के पैरोकारों’ की सुरक्षा की मांग करने के लिए हम काले कपड़े पहनकर शनिवार को लखनऊ के हजरतगंज में सांकेतिक विरोध प्रदर्शन करेंगे और स्थानीय प्रशासन के माध्यम से देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी प्रेषित करेंगे।