गुवाहाटी, 6 नवंबर (आईएएनएस)। असम में कांग्रेस के नौ विधायकों ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया। संकेत इस बात का भी है कि 2016 के विधानसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस के और भी विधायक भाजपा में शामिल होंगे। इन विधायकों ने दो माह पूर्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी।
गुवाहाटी, 6 नवंबर (आईएएनएस)। असम में कांग्रेस के नौ विधायकों ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया। संकेत इस बात का भी है कि 2016 के विधानसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस के और भी विधायक भाजपा में शामिल होंगे। इन विधायकों ने दो माह पूर्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी।
भाजपा के असम मामलों के प्रभारी राम माधव ने विधायकों का पार्टी में स्वागत किया। इन विधायकों में जयंत मल्ल बरुआ, पीयूष हजारिका, राजन बोरठाकुर, पल्लब लोचन दास, अबु ताहिर बेपारी, बिनादा सैकिया, बोलिन चेतिया, प्रदान बरुआ और कृपानाथ मल्ल शामिल हैं।
असम के पूर्व स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री हिमांता बिश्व शर्मा के वफादार माने जाने वाले इन नौ विधायकों ने पांच सितंबर को शर्मा के साथ शाह से नई दिल्ली में मुलाकात की थी।
राम माधव ने नौ विधायकों को पार्टी में स्वागत करते हुए कहा, “असम की राजनीतिक स्थिति बहुत तेजी से बदल रही है। भाजपा की ओर लोग तेजी के साथ आकर्षित हो रहे हैं और लोग कांग्रेस से असंतुष्ट हैं।”
उन्होंने कहा कि जिस किसी भी व्यक्ति के दिल में विकास की भावना होगी, वह भाजपा में शामिल होगा।
भाजपा नेता ने कहा, “असम के मुख्यमंत्री को पता है कि वह हार रहे हैं। इसलिए ववह सभी को राजी करने की बात कह रहे हैं। वह (गोगोई) अखिल भारतीय संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा की गोंद में बैठे हुए हैं और हमें सांप्रदायिक बता रहे हैं। गोगोई असम को बांग्लादेशियों को देने को तैयार हैं।”
शर्मा ने नागांव जिले में कहा कि असम के लगभग 80 फीसदी कांग्रेसी नेता दिसंबर-जनवरी तक भाजपा में शामिल हो जाएंगे।
उन्होंने कहा, “मैं समझता हूं कि दिसंबर-जनवरी तक कांग्रेस के 80 फीसदी नेता भाजपा में शामिल हो जाएंगे। लोग बदलाव चाहते हैं और इसलिए कांग्रेसी, अगप के और वापपंथी नेता तथा अन्य दलों के लोग भाजपा से जुड़ेंगे।”