मुंबई, 6 नवंबर (आईएएनएस)। इंडोनेशिया के बाली में गिरफ्तार अंडरवर्ल्ड माफिया डॉन राजेंद्र निखलजे उर्फ छोटा राजन उर्फ मोहन कुमार के खिलाफ मामलों को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने के फैसले की शुक्रवार को राजनीतिक पार्टियों ने आलोचना की। दो विपक्षी पार्टियों ने कहा कि इससे मुंबई पुलिस का मनोबल टूटेगा।
दो प्रमुख विपक्षी पार्टियों कांग्रेस व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने राज्य सरकार के इस फैसले की तीखी आलोचना की।
मुंबई कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष संजय निरूपम ने कहा कि पहले शीना बोरा हत्याकांड की जांच और अब छोटा राजन से संबंधित मामलों को महाराष्ट्र ने सीबीआई को सौंप दिया।
निरूपम ने आश्चर्य जताते हुए कहा, “यदि इन सारे मामलों से सीबीआई निपटेगी, फिर मुंबई पुलिस क्या करेगी।” उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से इस फैसले पर दोबारा विचार करने का अनुरोध किया।
वहीं राकांपा के प्रदेश प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि केवल तीन दिन पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ-साथ मुंबई पुलिस आयुक्त अहमद जावेद ने आश्वस्त किया था कि छोटा राजन को मुंबई लाया जाएगा।
मलिक ने कहा, “फिर उसे अब दिल्ली क्यों ले जाया गया? इसके पीछे की रणनीति क्या है? पत्रकार ज्योतिरादित्य डे हत्याकांड व पाकमोदिया स्ट्रीट गोलीबारी सहित सभी महत्वपूर्ण मामलों की जांच क्या सीबीआई करेगी। क्या उन्हें हमारी पुलिस की क्षमता पर संदेह है? यह मुंबई पुलिस के मनोबल को गिराता है।”
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को मुंबई पुलिस पर भरोसा नहीं है, इससे लोगों के बीच गलत संदेश जाएगा।
मलिक ने आग्रह किया, “भाजपा-शिवसेना सरकार को इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए और मुंबई पुलिस के मनोबल को फिर से बुलंद करना चाहिए और लोगों को इस बात से आश्वस्त करना चाहिए कि उन पर भरोसा किया जा सकता है।”
महाराष्ट्र के पूर्व पुलिस महानिदेशक डी.शिवनंदन ने भी छोटा राजन के मामलों को सीबीआई को सौंपने के फैसले की निंदा की और इस बात को दोहराया कि मुंबई पुलिस किसी भी मामले की जांच करने में दुनिया में सक्षम पुलिस में से एक है।
उन्होंने छोटा राजन के देशभक्ति के दावे और भारतीय अधिकारियों की मदद को केवल एक बहाना करार दिया और कहा, “उसके साथ केवल एक साधारण अपराधी की तरह सलूक किया जाना चाहिए।”
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को छोटा राजन के भारत लाए जाने से पहले महाराष्ट्र के अतिरिक्त मुख्य सचिव के.पी.बख्शी ने गुरुवार शाम राजन के खिलाफ सभी मामलों को सीबीआई को सौंपने की घोषणा की।