नई दिल्ली, 4 नवंबर (आईएएनएस)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार रोधी शाखा (एसीबी) के प्रमुख एम.के.मीणा के खिलाफ जांच का आदेश दिया है। मीणा पर अपने कनिष्ठ अफसरों को धमकाने का आरोप है।
केजरीवाल का यह आदेश मीणा की केजरीवाल को दी गई इस चेतावनी के बाद आया है, जिसमें मीणा ने कहा था कि कनिष्ठ अफसरों को धमकाने के मामले में उन्हें दिया गया पत्रक अगर वापस नहीं लिया गया तो वह कानूनी कार्रवाई करेंगे।
केजरीवाल द्वारा हस्ताक्षरित आदेश में कहा गया है, “मुकेश मीणा के खिलाफ दुर्व्यवहार के आरोपों की जांच के लिए पर्याप्त आधार मौजूद हैं। अधोहस्ताक्षरित का यह मानना है कि मीणा के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए एक जांच प्राधिकारी की नियुक्ति की जानी चाहिए।”
30 अक्टूबर को जारी किए गए इस आदेश में कहा गया है कि मीणा के खिलाफ लगे आरोपों की जांच अवकाशप्राप्त आईएएस बी.एस.बनर्जी करेंगे। मीणा दिल्ली पुलिस के संयुक्त आयुक्त भी हैं।
अक्टूबर में केजरीवाल ने मीणा को मेमो जारी कर उनसे काम में लापरवाही और एसीबी में अपने कनिष्ठों को धमकाने के मामले में स्पष्टीकरण देने को कहा था।
मीणा ने पलटवार किया था। उन्होंने कहा था कि वह केजरीवाल का आदेश नहीं मानेंगे, क्योंकि वह सक्षम प्राधिकारी नहीं हैं।
एसीबी प्रमुख पद पर मीणा की तैनाती के बाद से ही आम आदमी पार्टी सरकार और मीणा के बीच तनातनी बनी हुई है। आप सरकार ने एस.एस.यादव को एसीबी प्रमुख बनाया था, लेकिन उपराज्यपाल नजीब जंग ने यादव को हटाकर मीणा को एसीबी प्रमुख बना दिया था।
दिल्ली सरकार ने इस नियुक्ति को मानने से इनकार कर दिया था और अदालत में इसके खिलाफ याचिका दायर की थी।