तिरुवनंतपुरम, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)। केरल में छह बार विधायक रह चुके पी.सी.जार्ज ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला किया है। वह विपक्षी वाम मोर्चे में फिर से शामिल हो सकते हैं।
तिरुवनंतपुरम, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)। केरल में छह बार विधायक रह चुके पी.सी.जार्ज ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला किया है। वह विपक्षी वाम मोर्चे में फिर से शामिल हो सकते हैं।
जार्ज (65) को उनकी पार्टी केरल कांग्रेस (मणि) ने मुख्य सचेतक के पद से हटा दिया था। केरल कांग्रेस (मणि) सत्तारूढ़ संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे (यूडीएफ) का हिस्सा है। बाद में उन्हें पार्टी नेता और वित्त मंत्री के. एम. मणि की लगातार आलोचना करने पर पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।
जार्ज ने आईएएनएस से कहा, “मेरी आत्मा मुझे इस बात की इजाजत नहीं दे रही कि मैं कांग्रेस के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार के लिए मत दूं। एक ही रास्ता है कि मैं विधायक पद से इस्तीफा दे दूं।”
उन्होंने कहा, “मुझे अब अहसास हुआ है कि मैंने 2010 में अपनी पार्टी केरल कांग्रेस (सेकुलर) का केरल कांग्रेस (मणि) में विलय कर अपने राजनैतिक जीवन की सबसे बड़ी भूल की थी।”
सरकार के मुख्य सचेतक थामस उन्नीयदन ने जार्ज को बतौर विधायक अयोग्य घोषित करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को अर्जी दी हुई है।
जार्ज कोट्टायम जिले के पूंजर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। वह 1996 के बाद से यहां से कभी नहीं हारे हैं।
2003 में उन्होंने अपनी पार्टी केरल कांग्रेस सेकुलर बनाई थी और 2006 में वाम लोकतांत्रिक मोर्चे के घटक के रूप में चुनाव लड़ा था। 2010 में उन्होंने वाम मोर्चा छोड़कर यूडीएफ का दामन थामा था, जब उन्होंने अपनी पार्टी का केरल कांग्रेस मणि में विलय कर दिया था।
जार्ज ने कहा, “मैंने अभी वाम मोर्चे से बात नहीं की है। मैं महसूस करता हूं कि 2010 में वाम मोर्चे से अलग होकर मैंने गलती की थी।”