मध्यप्रदेश में पिछले तीन वर्ष में अनुसूचित जाति वर्ग की बस्तियों में अधोसंरचना के 4,890 विकास कार्यों पर अनुसूचित जाति कल्याण विभाग द्वारा 142 करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च की गई है। इस राशि से अनुसूचित जाति बहुल बस्तियों में सी.सी. रोड, नाली निर्माण, मंगल भवन, रपटा एवं पुलिया निर्माण जैसे कार्य करवाये गये हैं।
विभाग ने वर्ष 2010-11 में 33 करोड़ 59 लाख रुपये की राशि खर्च कर 1758 कार्य, वर्ष 2011-12 में अधोसंरचना के 1500 कार्य पर 49 करोड़ 68 लाख रुपये एवं वर्ष 2012-13 में 1632 कार्य पर 59 करोड़ 10 लाख रुपये की राशि खर्च की ।
150 से ज्यादा अम्बेडकर मांगलिक भवन बने
इसी योजना में वर्ष 2007-08 में अनुसूचित जाति के लोगों के सामाजिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए गैर अनुसूचित जनजाति विधानसभा क्षेत्रों में डॉ. अम्बेडकर मांगलिक भवन बनाये जाने का भी निर्णय लिया गया। चयनित प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 14 लाख 77 हजार की लागत से प्रदेश में 150 से अधिक मांगलिक भवन का काम पूरा किया जा चुका है।
अनुसूचित जाति बस्तियों के विद्युतीकरण के 636 कार्य
पिछले तीन वर्ष में ही प्रदेश में अनुसूचित जाति बहुल वर्ग की बस्तियों में बिजली पहुँचाने संबंधी 636 कार्य करवाये गये। इन कार्यों पर 39 करोड़ 30 लाख रुपये की राशि खर्च की गई। वर्ष 2010-11 में विद्युतीकरण के 184 कार्य पर 11 करोड़, वर्ष 2011-12 में 300 कार्य पर 11 करोड़ 77 लाख एवं वर्ष 2012-13 में दिसम्बर 12 अंत तक 152 कार्य पर 16 करोड़ 53 लाख रुपये की राशि खर्च की गई। विद्युत व्यवस्था के इन कार्यों में अनुसूचित जाति वर्ग की ऐसी बस्तियों में विद्युत लाइन पहुँचाकर प्राथमिकता के साथ बिजली की व्यवस्था की गई, जिन गाँवों में बिजली तो थी लेकिन अनुसूचित बहुल बस्तियों में विद्युत लाइन न होने की वजह से बिजली नहीं पहुँच पा रही थी।