पटना, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत शुक्रवार को छह नक्सल प्रभावित जिलों के 32 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान संपन्न हो गया। छिटपुट घटनाओं को छोड़कर कहीं से किसी बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। मतदाताओं में गजब का उत्साह देखा गया। नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार के ऐलान के बावजूद 55 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। इसके साथ ही 32 महिलाओं समेत 456 प्रत्याशियों का राजनीतिक भविष्य इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में कैद हो गया।
दूसरे चरण में राज्य के 243 विधानसभा सीटों में से 81 विधानसभा सीटों पर मतदान समाप्त हो गया। पहले चरण में सोमवार को 49 सीटों पर मत डाले गए थे। तीसरे चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होना है।
राज्य निर्वाचन आयेाग के अनुसार, दूसरे चरण में छह जिलों के सभी 32 विधानसभा क्षेत्रों मे मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हो गया है। राज्य निर्वाचन आयोग के अपर मुख्य निर्वाचन आयुक्त आऱ लक्ष्मणन ने बताया कि दूसरे चरण के दूसरे चरण में कुल करीब 86़13 लाख मतदाताओं ने 9,119 मतदान केंद्रों पर 55़ 14 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।
उन्होंने बताया कि सबसे अधिक कैमूर में जहां 57़ 86 प्रतिशत से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, वहीं सबसे कम औरंगाबाद में 52़50 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके अलावे रोहतास में 54़ 66 फीसदी मतदान हुए जबकि अरवल में 53़ 21 फीसदी, जहानाबाद में 56़49 फीसदी और गया में 55़ 54 फीसदी मतदाताओं ने अपना मत दिया।
पिछले विधानसभा चुनाव में इन जिलों में 52 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। दूसरे चरण के मतदान में कैमूर, रोहतास, अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद और गया जिले के कुल 32 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले गए। नक्सल प्रभावित 11 विधानसभा क्षेत्रों में अपराह्न् तीन बजे तक, जबकि 12 विधानसभा क्षेत्रों में चार बजे तक मतदान का कार्य हुआ।
लक्ष्मणन के मुताबिक, 13 मतदान केंद्रों पर विभिन्न स्थानीय मुद्दों को लेकर मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार किया।
निर्वाचन आयोग ने पूर्व में ही सामान्य विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शाम पांच बजे तक, जबकि नक्सल प्रभावित इलाकों में अपराह्न् तीन बजे तक और कुछ क्षेत्रों में शाम चार बजे तक मतदान का समय निर्धारित किया था।
कुछ मतदान केंद्रों पर शुरुआती घंटों में ईवीएम खराब होने की सूचना मिली थी, जिन्हें बाद में बदल दिया गया था। मतदान के दौरान दो अलग-अलग जगहों से दो अत्याधुनिक बम बरामद किए गए, जिसे बाद में निष्क्रिय कर दिया गया।
राज्य पुलिस मुख्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि मतदान के दौरान गड़बड़ी करने के आरोप में 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक बोलेरो और एक मोटरसाइकिल जब्त किया गया। मतदान के दौरान कहीं से किसी बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। नक्सलियों ने मतदान बहिष्कार का ऐलान किया था।
दूसरे चरण में अधिकांश सीटें नक्सल प्रभावित थीं, जिस कारण सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों की तैनाती की गई। मतदान के लिए संबंधित जिलों में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा कर दी गई थी।
शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान के लिए राज्य एवं केंद्रीय सुरक्षा बलों की कुल 993 कंपनियां तैनात की गईं और पांच हेलीकॉप्टर भी तैनात किए गए। नक्सल प्रभावित इलाकों में ड्रोन से भी निगरानी की गई। मतदान सुचारु रूप से संपन्न हो, इसके लिए 44,216 मतदान कर्मियों को लगाया गया।
इस चरण में पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी, विधानसभा अध्यक्ष और जनता दल (युनाइटेड) के नेता उदय नारायण चौधरी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता प्रेम सिंह, रामेश्वर चौरसिया, पूर्व मंत्री रामधनी सिंह, इलियास हुसैन तथा मांझी के बेटे संतोष कुमार का राजनीतिक भविष्य ईवीएम में बंद हो गई।
इस चरण में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से भाजपा के 16, हम के सात, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के छह, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के तीन उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और जद (यू) के 13-13 उम्मीदवार और कांग्रेस के छह उम्मीदवार मैदान में हैं।
इस चुनाव में कांग्रेस, राजद और जद (यू) महागठबंधन के तहत चुनाव मैदान में हैं। वहीं भाजपा नेतृत्व वाले राजग में लोजपा, रालोसपा और हम हैं। वामपंथी दल एक अलग मोर्चा बनाकर चुनावी समर में हैं, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) के नेतृत्व में छह दलों का तीसरा मोर्चा भी चुनाव मैदान में है। बाद में गुरूवार को हालांकि तीसरे मोर्चे से राकांपा ने खुद को अलग करने की घेषणा कर दी है।
बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटों के लिए पांच नवंबर तक पांच चरणों में मतदान होना है। पहले चरण में 12 अक्टूबर को 49 सीटों पर मतदान हुआ था। सभी सीटों के लिए मतगणना आठ नवंबर को होगी।