जम्मू, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि राज्य इतिहास के निर्णायक मोड़ पर है, क्योंकि विघटनकारी ताकतें सांप्रदायिक सौहार्द्र खत्म करने के लिए सक्रिय हो गई हैं।
नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) के संरक्षक अब्दुल्ला ने जम्मू के रघुनाथ मंदिर जाकर हिंदुओं को नवरात्र शुरू होने पर बधाई दी। ये बात उन्होंने इसी मौके पर कही।
बाद में शहर में पार्टी मुख्यालय में पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत नहीं करना चाहिए। अब्दुल्ला ने कहा, “महान धर्म इस्लाम दूसरों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने को पूरी तरह से खारिज करता है।”
उन्होंने नफरत फैलाने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि उनकी हरकतों के गंभीर नतीजे होंगे। उन्होंने कहा कि विघटनकारी ताकतों की तरफ से भड़काई गई सांप्रदायिक आग की वजह से जम्मू एवं कश्मीर आज इतिहास के एक अहम चौराहे पर पहुंच गया है।
उन्होंने कहा, “भड़काने वाली कार्रवाइयों से राज्य और देश में शांति को खतरा पहुंच सकता है।”