लखनऊ, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख मुलायम सिंह पर फोन पर धमकाने का आरोप लगाकर उत्तर प्रदेश शासन का कोप झेल रहे आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर के घर मंगलवार को नवरात्रि के दिन विजिलेंस ने छापेमारी की। अमिताभ ने आरोप लगाया है कि छापेमारी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के इशारे पर की गई है।
मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे विजिलेंस विभाग की टीम ने उनके घर पर छापा मारा है। अभी यह टीम उनके घर पर ही है। अपनी कार्रवाई के दौरान विजिलेंस की टीम ने अमिताभ ठाकुर को घर से बाहर कर दिया है।
अपने घर पर पड़े छापे पर प्रतिक्रिया देते देते हुए अमिताभ ठाकुर ने कहा, “आज ही सीजीएम कोर्ट में मुकदमा लगा था, इसलिए मुख्यमंत्री ने जानबूझ कर मेरे घर पर रेड डलवाई।”
उन्होंने कहा, “मुझे और मेरी पत्नी को कोर्ट जाना था। यह सरकार की सोची समझी साजिश से भरी कार्रवाई है। सरकार नहीं चाहती कि हम कोर्ट पहुंचें।”
विजिलेंस के महानिदेशक भानु प्रताप सिंह को ‘मुख्यमंत्री का गुर्गा’ बताते हुए निलंबित आईपीएस अधिकारी अमिताभ ने अपने घर पर हुई इस कार्रवाई की तीखी निंदा की।
मालूम हो कि अमिताभ ठाकुर पिछले कुछ समय से लगातार अलग-अलग वजहों से विवादों में चल रहे हैं। करीब दो माह पूर्व उन्होंने हजरतगंज कोतवाली में एक ऑडियो टेप के आधार पर मुलायम सिंह के खिलाफ एफआईआर की तहरीर दी थी। उनके अनुसार, इस टेप में मुलायम सिंह की आवाज है।
हजरतगंज कोतवाली ने मगर सपा प्रमुख के खिलाफ एफआईआर नहीं लिखी थी। कोतवाली की सत्ता के प्रति अतिरिक्त वफादारी देख आईपीएस अमिताभ अदालत गए थे। अदालत के आदेश पर कोतवाली मुलायम सिंह के खिलाफ एफआईआर लिखने को विवश हुई थी। इस बीच अमिताभ ठाकुर के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा भी दर्ज कराया गया। ठाकुर का कहना है कि यह फर्जी मुकदमा है, जो उन्हें बेवजह परेशान करने की नीयत से दर्ज कराया गया है।