इस पाठ्यक्रम के लिए जिन छात्रों ने पंजीकरण करवाया है, उनमें लगभग एक चौथाई संख्या अमेरिका, ब्रिटेन, भारत, कनाडा, फ्रांस, स्पेन, आस्ट्रेलिया सहित 10 शीर्ष देशों और क्षेत्र के लोगों की है।
शिंगुआ विश्वविद्यालय के ऑनलाइन शिक्षा कार्यालय से जुड़े शी शुलीन के मुताबिक, माओ जेडोंग को इंटरनेट पर सर्वाधिक सर्च किया जाता था, जिससे प्रेरित होकर विश्वविद्यालय ने इस पाठ्यक्रम को शुरू करने का निर्णय लिया।
शी ने कहा, “हमें लगता है कि इस संबंध में शिंगुआ के पास सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संकाय है और इस पाठ्यक्रम में भी चीनी विशेषताओं का समावेश है।”
शिंगुआ स्कूल ऑफ मार्क्सिज्म के एसोसिएट प्रोफेसर फेंग वूझोंग ने ओपन पाठ्यक्रम वेबसाइट ‘शूतांगझीशियांग’ वेबसाइट पर यह पाठ्यक्रम उपलब्ध कराया, जिसके लिए चीन में 5,000 से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया है।
जब ‘एडएक्स’ पर ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की गई तो उन्होंने विदेशी छात्रों की सुविधा के अनुकूल पाठ्यक्रम को बनाने में डेढ़ वर्ष से अधिक का समय लगाया।
इस पाठ्यक्रम में शामिल मुख्य अध्यायों में ‘चीन द्वारा घरेलू स्थितियों के आधार पर मार्क्सवादी धारणा को विकसित करना’, ‘मार्क्सवाद के रास्ते पर चीन के बढ़ने के कारण’ और ‘अब तक चीन के अनुभव’ शामिल हैं।
फेंग ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि इस पाठ्यक्रम से दुनियाभर के छात्रों में माओ जेडोंग के विचारों के बारे में एक सामान्य समझ पैदा होगी।”