सफागा (मिस्र), 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारतीय नौसेना का तलवार श्रेणी का पोत आईएनएस त्रिकंड रविवार को लाल सागर तट स्थित मिस्र के सफागा बंदरगाह पहुंचा।
पश्चिम एशिया, अफ्रीका और यूरोप में तैनाती के क्रम में मिस्र पहुंचा पोत यहां तीन दिन टिकेगा।
एक सरकारी बयान में कहा गया है कि भारतीय पोत मिस्र की नौसेना की कई गतिविधियों में हिस्सा लेगा।
बयान में कहा गया है, “दो महत्वपूर्ण और सक्षम नौसेनाओं के बीच सहयोग बढ़ाने के मकसद से दोनों के बीच पेशेवर आदान-प्रदान के साथ-साथ खेलकूद और सामाजिक संवादों का आयोजन भी किया जा रहा है।”
भारतीय नौसेना के अभियान ‘ब्रिजेज ऑफ फ्रेंडशिप’ (मित्रता के पुल) के तहत नौसेना के पोत अदन की खाड़ी में नियमित रूप से तैनात होते रहते हैं। इसका मकसद इलाके के देशों के साथ सहयोग बढ़ाना तथा अदन की खाड़ी में समुद्री डाकुओं सहित क्षेत्र की अन्य समुद्री सुरक्षा चिंताओं के समाधान के लिए सहयोग बढ़ाना है।
हाल ही में भारतीय नौसेना ने यमन में फंसे 3,000 भारतीयों को सुरक्षित निकाला था। इसके साथ ही 35 देशों के नागरिकों को भी भारतीय नौसेना ने सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाया था।
बयान में कहा गया है कि पोत की ताजा यात्रा भारत की शांतिपूर्ण मौजूदगी और मित्र देशों, खासकर मिस्र और भारत के संबंधों को और मजबूत बनाने के प्रयासों का हिस्सा है।
कैप्टन विनय कालिया के नेतृत्व में आईएनएस त्रिकंड विभिन्न अत्याधुनिक हथियारों से लैस और भूमि, आकाश तथा वायु से होने वाले सभी खतरों से निपटने में सक्षम है।
यह पोत भारतीय नौसेना की पश्चिमी कमान का पोत है।