पटना, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार में 12 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए शनिवार की शाम पांच बजे प्रचार अभियान थम गया। पहले चरण में 10 जिलों के 49 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। इन सीटों पर कुल 586 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन शनिवार को सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। महागठबंधन की ओर जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने धुंआधार चुनावी सभाएं कीं, वहीं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह व पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी कई चुनावी सभाओं को संबोधित किया।
सोमवार को होने वाले पहले चरण के मतदान में समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, बांका, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नवादा और जमुई क्षेत्र के मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे।
इस चरण में मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए सभी राजनीतिक दलों ने पूरा जोर लगाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के अध्यक्ष ने कई चुनावी सभाएं कर लोगों से राजग तथा कांग्रेस के अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी सत्ताधारी महागठबंधन के प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने की अपील कर चुके हैं।
इस चरण में हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रदेश अध्यक्ष शकुनी चौधरी, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कमार पारस, भाजपा की रेणु कुशवाहा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह, जद (यू) के विजय चौधरी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के रामदेव वर्मा की साख दांव पर है।
प्रथम चरण के चुनाव में राजग की ओर से भाजपा के 27, लोजपा के 13, रालोसपा के छह, हम के तीन प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जबकि महागठबंधन में जद (यू) के 24, राजद के 17, और कांग्रस के आठ प्रत्याशी चुनावी समर में हैं।
इस चरण में कुल 1.35 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। पिछले विधानसभा चुनाव में इन 49 सीटों में से 29 सीटें जद (यू) के पास है जबकि भाजपा के पास 13 सीटें हैं। राजद के पास चार और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) कांग्रेस व माकपा के पास एक-एक सीट है।
बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटों के लिए 12 अक्टूबर से पांच नवंबर के बीच पांच चरणों में मतदान होना है। मतगणना आठ नवंबर को होगी।
इस चुनाव में कांग्रेस, राजद और जद (यू) महागठबंधन के तहत चुनाव मैदान में है, वहीं भाजपा के नेतृत्व वाले राजग में लोजपा, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) और हम है। छह वामपंथी दल एक अलग मोर्चा बनाकर चुनावी समर में उतरे हैं। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) भी राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और बाहुबली सांसद पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी के साथ गठबंधन कर पड़ोसी राज्य में संभावना तलाशने को मैदान में उतरी है।