इन दोनों प्रकाशस्तभों से नौपरिवहन स्थितियों में सुधार होगा एवं मार्ग निर्देशक, सुरक्षा जानकारी, आपातकालीन स्थिति में बचाव एवं अन्य सार्वजनिक सेवाएं प्रदान कराने से नौपरिवहन जोखिमों एवं दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
बताया जाता है कि 26 मई को 50 मीटर ऊंचे बेलनाकार हुआयांग और शंकु बेलनाकार चिगुआ प्रकाशस्तंभों का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। इससे 22 समुद्री (नॉटिकल) मील तक प्रकाश हो सकता है।
विभिन्न कार्यात्मक जरूरतों के मुताबिक इन 4.5 मीटर के प्रकाशस्तंभों के विभिन्न हिस्से कांस्य, इस्पात और धातु इस्पात से बने हैं। दक्षिण चीन सागर एक महत्वपूर्ण समुद्री मार्ग है, जो चीन को विश्व से जोड़ता है।