नई दिल्ली, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। बाबा रामदेव ने शुक्रवार को कहा कि महात्मा गांधी ने जिस स्वदेशी का नारा देकर खादी को प्रचारित-प्रसारित किया, वह आज सब्सिडी पर जिंदा है। उन्होंने कहा कि खादी लगभग मर चुकी है और इसको इसका पुराना गौरव लौटाने की जरूरत है।
नई दिल्ली में फ्यूचर समूह और पतंजलि आयुर्वेद के बीच साझेदारी की घोषणा के अवसर पर मौजूद रामदेव ने कहा कि केंद्र सरकार को उन्होंने खादी को घाटे का सौदा से मुनाफे का सौदा बनाने के संबंध में एक प्रस्ताव दिया है।
उन्होंने कहा कि अगर इस संबंध में उनके पास कोई प्रस्ताव आता है तो पतंजलि खादी वस्त्र के निर्माण एवं विपणन में भी उतर सकती है और वह इसे फायदे का सौदा साबित करके दिखाएंगे।
स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने की वकालत करते हुए रामदेव ने कहा कि पतंजलि 15 अक्टूबर से नए उत्पाद नूडल्स को लांच करने जा रही है, ताकि इस सेगमेंट में विदेशी कंपनियों को टक्कर दी जा सके। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पतंजलि जल्द ही पास्ता, ओट्स, जूस और मुसली उत्पाद लांच करेगी।
उल्लेखनीय है कि किशोर बियानी के फ्यूचर समूह ने बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद के साथ साझेदारी की है। इसके तहत फ्यूचर समूह पतंजलि के उत्पाद बेचेगा। इस साझेदारी के तहत कंपनी को अगले 20 महीनों में 1,000 करोड़ रुपये की बिक्री होने का अनुमान है।