विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बे ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केरी व लावरोव ने टकराव रोकने की दिशा में सामरिक विचार-विमर्श व वार्ता को आगे बढ़ाने को लेकर गुरुवार को टेलीफोन पर चर्चा की।
किर्बे ने कहा कि हालांकि 30 मिनट के दौरान फोन कॉल पर सामरिक स्तर पर कोई फैसला नहीं लिया गया।
यह पूछे जाने पर कि क्या वाशिंगटन-मॉस्को के बीच सीरिया को लेकर वार्ता आगे बढ़ेगी, किर्बे ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि हम उस बिंदू पर हैं, जहां पर चीजें निश्चित हैं और प्रक्रिया उसी के अनुरूप होगी।”
किर्बे ने कहा, “विदेश मंत्री ने हमारी उस चिंता को दोहराया, जिसमें रूसी सैनिकों द्वारा गैर आईएस ठिकानों पर हमलों को अंजाम दिया जा रहा है।”
सीरिया में रूस की मंशा पर संशय के बारे में उन्होंने कहा, “रूस को आईएस व अल-कायदा के ठिकानों को निशाना बनाना चाहिए, लेकिन ऐसा न होता देखकर हम बेहद चिंतित हैं।”
रूस ने जोर दिया है कि सीरिया में उसका सैन्य अभियान केवल आतंकवादियों को निशाना बनाने के लिए है।
दोनों देशों ने टेलीफोन पर बातचीत के दौरान यूक्रेन मुद्दे पर भी चर्चा की।
किर्बे ने कहा, “केरी ने एक बार फिर मिंस्क समझौता व मिंस्क समझौते के क्रियान्वयन को आगे बढ़ाने की महत्ता पर जोर दिया।”