हैदराबाद, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में गोहत्या की अफवाह पर एक व्यक्ति को ग्रामीणों की भीड़ द्वारा पीट पीटकर मार डालने की घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने गुरुवार को सवाल उठाया कि क्या देश में कानून का राज नहीं रह गया है, क्या लोकतंत्र की जगह भीड़तंत्र ने ले ली है।
ओवैसी ने यहां संवाददाताओं से कहा, “संघ परिवार के ‘भक्तों’ की भारत को एक हिंदू राष्ट्र में बदलने की कोशिश देश को कमजोर करेगी। लोकतंत्र, भीड़तंत्र में बदल जाएगा।”
उन्होंने कहा कि भीड़ के हाथों मारे गए आदमी का बेटा भारतीय वायुसेना में काम करता है। हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने आश्चर्य से कहा कि संघ परिवार क्या संदेश देना चाहता है। उन्होंने पूछा कि वे (संघ) हमारे देश के साथ क्या करना चाहते हैं?
उन्होंने कहा, “क्या हमारा लोकतंत्र ‘बनाना रिपब्लिक’ बन गया है? ये मानकर कि एक आदमी ने गोमांस खाया है-हालांकि इस मामले में यह भी साबित नहीं हुआ है- क्या एक भीड़ मंदिर से ऐलान करेगी और उसे मार डालेगी? फिर कानून, पुलिस, कचहरी का क्या? बंद कर दीजिए इन्हें।”
ग्रेटर नोएडा के दादरी इलाके के एक गांव में 50 से अधिक उम्र के अखलाक की भीड़ ने गोहत्या की अफवाह के बाद हत्या कर दी थी और उसके 21 साल के बेटे दानिश को अधमरा कर दिया था। वारदात सोमवार रात की है।
ओवैसी ने केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा के इस बयान की आलोचना की कि उनके संसदीय क्षेत्र की यह घटना ‘गलतफहमी’ की वजह से हुई। ओवैसी ने कहा, “यह गलतफहमी नहीं बल्कि जान लेने के लिए जान बूझकर की गई कार्रवाई है।”
ओवैसी ने उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार को नाकारा बताया जो कि “चुपाचाप बैठी हुई है और कुछ कर नहीं रह रही है।”
ओवैसी ने कहा, “(सपा) सरकार ने मृतक के घरवालों को 10 लाख रुपये देने का ऐलान किया है। लेकिन, हत्या करने वालों के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई।”