बर्लिन, 27 सितंबर (आईएएनएस)। जर्मनी की कार निर्माता कंपनी फोक्सवैन को 2011 में उसके एक इंजीनियर ने उत्सर्जन जांच को धोखा न देने की चेतावनी दी थी। यह जानकारी रविवार को एक मीडिया रिपोर्ट में दी गई।
बीबीसी के मुताबिक, फोक्सवैगन की हेराफेरी के उजागर हुए ताजा तरीन मामले की जांच से यह चेतावनी सामने आई।
जांच के दौरान पता चला कि कंपनी को उपकरण आपूर्ति करने वाली कंपनी बोश ने भी चेतावनी दी थी कि अवैध रूप से उसके सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल नहीं किया जाए।
रिपोर्ट के मुताबिक, बोश ने 2007 में कंपनी को चेतावनी दी थी कि उसके सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल सिर्फ कंपनी द्वारा किए जाने वाले परीक्षण में किया जाना चाहिए, सामान्य परिचालन में नहीं।
कंपनी ने हालांकि रिपोर्ट की इस सूचना पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि फोक्सवैगन पर पिछले दिनों आरोप लगा है कि उसने अपनी डीजल कारों में ऐसे सॉफ्टवेयर लगाए हैं, जो उत्सर्जन जांच के दौरान वास्तविक उत्सर्जन छुपा लेता है और उत्सर्जन स्तर को जांच के दौरान सीमा के अंदर कर लेता है।
यूरोप में बिकने वाली कंपनी की आधी कारें डीजल कार होती है।
इस हेराफेरी का मामला आने के बाद कंपनी के शेयरों में 30 फीसदी गिरावट दर्ज की जा चुकी है।